आज की युवा पीढ़ी योग को खूब फाॅलो कर रही है। अपने अच्छे स्वस्थ समेत लोग योग को वजन कम करने के लिए ज्यादा फाॅलो कर रहे हैं। इसे लेकर फैशन स्ट्रेटजिस्ट 41 वर्षीय जसलीन चोपड़ा ने अपना अनुभव शेयर किया है। उन्होंने बताया कि व्यस्त जीवन के वजह से उनकी जीवन शैली काफी खराब हो गई थी। वजन घटाने के लक्ष्य के साथ वह मुंबई स्थित सेलिब्रिटी योग प्रशिक्षक अभिषेक शर्मा के पास गईं। जसलीन चोपड़ा अब चंडीगढ़ में रहती हैं, अपने वजन को कम करने के लिए जसलीन ने खुब जिम किया लेकिन वह अपने वजन को कम नहीं कर पाई।
इसके बाद जब वह योग प्रशिक्षक अभिषेक के पास गई तो उन्होंने जसलीन को तीन महीने के लिए कार्डियो के साथ मिश्रित योग करवाया। उस समय, उसका वजन बहुत कम नहीं हुआ, लेकिन बाॅडी के शेप में बदलाव दिखाई दिया। जसलीन ने बताया कि पांच महीने तक मैंने 8 किलो वजन कम कर लिया था। योग ने मुझे अपने आप से संपर्क करने में मदद की, जिससे मुझे बेहतर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली। उसके बाद मैंने योग के शारीरिक व्यायाम पहलू का लाभ उठाना शुरू किया और जिस वजब से मैनें जीवन में बेहतर विकल्प और निर्णय भी लिए।
युवाओं और बुजुर्गों के लिए योग
आध्यात्मिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग की ओर मुड़ना काफी सामान्य है। हालांकि, हाल ही में भारत में लोगों के बीच वजन घटाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए योग की ओर रुख करने की मांग बढ़ रही है। योग के अंतर्राष्ट्रीय दिवस की शुरुआत के बाद से योग पर अधिक ध्यान देने से लोगों के बीच फिटनेस और जीवन शैली के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इसे और अधिक लोकप्रिय बना दिया गया है।
टेलीविजन प्रस्तोता और रचनात्मक निर्माता 39 वर्षीय नेहा सरीन बचपन से ही ओवर वेट से जूझ रही थीं। उसने सभी प्रकार के आहारों को ट्राई किया, लेकिन कुछ समय बाद फिर से वेट बढ़ गया। इसके बाद योग प्रशिक्षक अभिषेक से मिलने के बाद योग करना शुरू किया, तो यह एक खुशी का अनुभव था जिसका मुझे इंतजार था। सरीन नेकहा कि योग का उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर तुरंत प्रभाव पड़ा है। मेरे शरीर ने योग को किसी भी चीज़ की तुलना में बेहतर प्रतिक्रिया दी जो मैंने कभी कोशिश नहीं की थी। मैं अनुमान लगा रही हूं कि योग के समग्र दृष्टिकोण ने मदद की।
योग के नए और अधिक प्रभावी रूप
हालांकि सभी प्रकार के योग ने सरीन के लक्ष्यों के लिए काम नहीं किया। अधिक शक्ति-केंद्रित अष्टांग योग के परिणामस्वरूप उसके कंधे बड़े हो गए और उसे यह पसंद नहीं आया। इसके लिए योग प्रशिक्षक अभिषेक ने एक योगा प्रोग्राम डिजाइन किया। जिसके जरिए नेहा सरीन ने सफलतापूर्वक अपने वजन लक्ष्यों को पूरा किया।
योग प्रशिक्षक अभिषेक ने नेहा के लिए एक ऐसी जीवनशैली के योगा प्रोग्राम तैयार किए जिसमें लिफ्ट लेने के बजाय सीढ़ियां चढ़ना, बैलेंस डाइट, योगा के विभिन्ना प्रकार आदि शामिल किए ।
एक धीमी और स्थिर प्रक्रिया
योग कई तरह से मदद करता है जो अन्य प्रकार के व्यायाम नहीं कर सकते। यह इंटरनल बैलेंस में एक आंतरिक संतुलन बनाने में मदद करता है जो शरीर की मेटाबालिज्म दर को प्रभावित करता है। अभिषेक शर्मा बताते हैं कि यह वही है जो किसी के वजन को निर्धारित करता है। लेकिन इस बैलेंस को हासिल करना एक धीमी प्रक्रिया है।
पारंपरिक योग और कार्डियोवस्कुलर वर्कआउट एक साथ न करे-
हालांकि,अभिषेक एक ही सेशन के दौरान पारंपरिक योग और कार्डियोवस्कुलर वर्कआउट को करने की सलाह नहीं देते। उनके अनुसार, हठ योग और दौड़ने या खेल-आधारित कसरत को सर्वोत्तम परिणामों के लिए वैकल्पिक दिनों में निर्धारित किया जाना चाहिए। योग प्रशिक्षक मुताबिक, एक एक्टिविटी से दूसरी एक्टिविटी को स्टार्ट करने से पहले छोटा ब्रेक दरूर लेना चाहिए।
50 से 100 सूर्यनमस्कारों की बजाय खेल या दौड़ना पसंद करते हैं
उनका कहना है कि उन्हें एक अच्छा संतुलन बनाना होगा ताकि आप योग के साथ-साथ कॉम्प्लिमेंटरी वर्कआउट का भी लाभ उठा सके। यदि आप योग और कार्डियो को मिला दें, तो यह सिर्फ एरोबिक्स बन जाता है। इसी वजह से वह अपने क्लाइंट को 50 से 100 सूर्यनमस्कारों के माध्यम से शक्ति देने के बजाय हठ योग के एक सत्र के साथ खेल या दौड़ना पसंद करते हैं।