वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत ज्यादा महत्व होता है। इसका हमारी जिंदगी पर भी बहुत गहरा असर पड़ता है। अगर घर का सामान वास्तु के हिसाब से हो तो घर में पॉजिटिव माहौल बना रहता है और घर में रहने वाले लोगों की खूब तरक्की होती है। वहीं अगर वास्तु शास्त्र के नियमों पर गौर न किया जाए तो इसका दुष्प्रभाव भी झेलना पड़ता है। बता दें घर के बेडरूम से लेकर किचन और पूजाघर तक का वास्तु होता है। वहीं कहते हैं कि बुरी नजर और निगेटिव एनर्जी मेन गेट से ही आती है। ये ही वजह है कि कई लोग घर के दरवाजों पर नींबू- मिर्च लटकाते हैं। अगर आप ऐसा नहीं करना चाहते हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं घर से negativity के दूसरे उपाय ....
मेन गेट पर बनाएं स्वास्तिक
चाहे अच्छा एनर्जी हो या फिर बुरी दोनों ही मेन गेट से प्रवेश करती हैं, जो आप ऐसे उपाय से खुद को सुरक्षित कर सकते हैं। अपने मेन गेट पर कुमकुम या हल्दी में गंगाजल मिलाकर स्वास्तिक बनाना है। स्वास्तिक निगेटिव एनर्जी को घर में प्रवेश करने से रोक सकते हैं। स्वास्तिक बनाते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि इसे उत्तर या फिर पूर्व यानी कि ईशान कोण से बनाना बहुत शुभ होता है। इन दिशाओं में गेट पर स्वास्तिक बनाने से भगवान की कृपा बनी रहती है और निगेटिव ताकतें गेट से बाहर ही रह जाती हैं, अंदर न हीं आती हैं।
मेन गेट के लिए ये है वास्तु टिप्स
- वास्तु के अनुसार घर के गेट के ठीक सामने पेड़, खंबा या फिर खडंहर आदि नहीं होना चाहिए।
-घर के गेट पर तुलसी का पौधा रख दें।
- मेन गेट का दरवाजा हमेशा 2 पल्लों का होना चाहिए।
- मेन गेट घर के अन्य दरवाजों से बड़ा और चौड़ा होना चाहिए।
- मेन गेट हमेशा बाहर की तरफ खुलना चाहिए, अंदर की तरफ नहीं।
- घर के मेन गेट में रखा गया डोरमैट हमेशा आयाताकार में होना चाहिए।