23 NOVSATURDAY2024 8:01:47 AM
Nari

हर वक्त कानों में घुसाए रखते हैं Ear Phone तो पढ़ लें ये खबर

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 10 Jan, 2020 07:49 PM
हर वक्त कानों में घुसाए रखते हैं Ear Phone तो पढ़ लें ये खबर

आमतौर पर लोगों को हाई स्पीड पर गाने सुनना अच्छा लगता है। वे घंटों कानों पर ईयरफोन या हेडफोन लगाकर अपना काम करते रहते हैै। पर असल में वे इस बात से अंजान है कि लगातार इसका इस्तेमाल करने से वे खुद के लिए कई बीमारियों को न्योता दे रहें हैं। वे इस नई टेक्नोलोजी का मजा उठाने में इतने बीजी है कि इसके नुकसान के बारे में शायद जानते ही नहीं हैं। बता दें व्यक्ति के सुनने की क्षमता 90 डेसिबल होती है वहीं अगर 2 घंटे लगातार ईयरफोन का 90 स्पीड से इस्तेमाल करते रहे तो ये कानों को खराब करने के साथ कई गंभीर बीमारियों के होने का खतरा भी बनती है। अगर हम भारत की बात करे तो 50%  लोगों को कानों की परेशानी से जुझना पड़ रहा है। जिसका कारण ईयरफोन और हेडफोन का ज्यादा इस्तेमाल ही पाया गया है। ऐसे में इस टेक्नोलॉजी का कम और हिसाब से इस्तेमाल करने में ही भलाई है। तो चलिए आज हम इसके ज्यादा इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में बताते है...

कम सुनाई देना या बहरापन

अगर आपको भी कानों में ऊंची आवाज में कई-कई घंटे कानों में ईयरफोन या हेडफोन लगाकर म्यूजिक सुनने की आदत है तो इसे समय रहते बदल लें। क्योंकि कानों की सुुनने की क्षमता केवल 90 डेसिबल होती है जो लगातार आवाजें सुनने से कम होती हुई 40-50 डेसिबल तक पहुंच जाती है। जिसके कारण दूर से दी गई आवाज को सुनने में परेशानी होती है। जो आगे चल कर बहरेपन की समस्या का कारण बनती है। 

Image result for using headphone,nari

हार्ट अटैक का खतरा 

ज्यादा तेज आवाज में गाने सुनने से कानों के साथ दिल पर भी बुरा असर पड़ता है। तेज आवाज से हार्ट बीट भी अपनी सामान्य गति से तेज चलने लगती है। जिससे दिल को हानि पहुंचती है। 

Image result for woman chest pain,nari

कैंसर का खतरा

इस तरह घंटों ईयरफोन या हेडफोन को यूज करने से कानों के साथ बॉडी को भी नुकसान पहुंचता है। शरीर की अंदरूनी हालत खराब होती है जिसके कारण कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा बढ़ता है। 

सिर दर्द और अनिद्रा

हेडफोन और ईयरफोन से विद्युत चुंबकीय तरंगेंं निकलती है जो दिमाग पर बुरा असर डालती है। जिसके कारण सिरदर्द और नींद न आने की परेशानी का सामना करना पड़ता है।  

Related image,nari

इंफेक्‍शन फैलना

अगर आप अपने ईयरफोन और हेडफोन को एक-दूसरे से शेयर करते है तो ऐसा करना बंद कर दें। क्योंकि आपकी यह आदत इंफेक्‍शन फैलाने का काम करेगी। अगर आपको ऐसा करना ही है तो उसे दोबारा इस्तेमाल करने से पहले सैनिटाइजर से अच्छे से साफ करके ही करें। 

कान के पर्दे

हाई स्पीड और लगातार ईयरफोन और हेडफोन का इस्तेमाल करने से कान के पर्दे पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके यूज करने से कानों में लगातार कंपन होती है जिससे कानों के पर्दे खराब होने या इसके फटने का भी खतरा होता है। असल में व्यक्ति का कान 65 डेसिबल तक की आवाज सहन कर सकता है पर ईयरफोन का ज्यादा डेसिबल और लगातार यूज कानों की नसों को डेड करने का काम करता है।

Related image,nari

लाइफस्टाइल से जुड़ी लेटेस्ट खबरों के लिए डाउनलोड करें NARI APP

Related News