सभी पैरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा उनका दोस्त बनकर रहे, उनके साथ हर चीज को शेयर करे। जो भी उसको परेशानी हो वो खुलकर बताए, लेकिन क्या ये सच में इतना आसान होता है। कई बार बच्चे पैरेंट्स से अपने सीक्रेट्स को शेयर करते हैं, लेकिन कई बार छिपा भी लेते हैं। बताना जरूरी नहीं समझते। यदि आपका बच्चा भी बात- बात पर झुठ बोलने लगे या बातें छिपाने लगे तो आपको थोड़ा सर्तक हो जाना चाहिए। बच्चे अक्सर वहीं बातों को छिपाते हैं जिसे बताने पर उन्हें डांट या मार पड़ने का खतरा होता है। जब बच्चे पैरेंट्स से बातें छिपाते हैं, तो उनके व्यवहार में बदलाव नजर आने लगता है, जिसे पैरेंट्स को पहचानना आना चाहिए। चलिए जानते हैं, बच्चे के उस व्यवहार के बारे में, जिनसे आप पता लगा सकते हैं कि बच्चा सच बोल रहा है या आपसे कुछ छिपा रहा है।
आई कॉन्टैक्ट करने में हिचकिचाएगा
जब बच्चा आपसे कोई बात छिपाता है, तो वह उनसे आई कॉन्टैक्ट करने से बचेगा. झूठ बोलते वक्त या छिपाते वक्त बच्चा या तो नीचे देखेगा या किसी चीज को देखकर बात करेगा। पैरेंट्स को बच्चे की इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि वह किस बात पर आपसे आई कॉन्टैक्ट नहीं करता।
होगा अजीब बिहेवियर
बच्चे अजीब बिहेव तब करते हैं, जब वह मम्मी-पापा से कोई बात छिपाना चाहते हैं।छोटी-छोटी बात पर खीझते हैं, अपने आप को थका हुआ दर्शाएंगे, हर बात पर बोलेंगे कि वह बोर हो रहे हैं या नींद आ रही है। बच्चों के ऐसे अजीब बिहेवियर की ओर आपको गौर करना होगा और पता लगाना होगा कि बच्चा ऐसा क्यों कर रहा है।
बच्चे को आता है ज्यादा पसीना
पैरेंट्स से बातें छिपाते वक्त बच्चे को ज्यादा पसीना आता है। उन्हें डर होता है कि उनकी गलती यदि पैरेंट्स के सामने आ गई तो उन्हें डांट पड़ेग, इसी डर से उन्हें ज्यादा पसीना आएगा और उनका चेहरा लाल हो जाएगा।