जब बात शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य की आती है तो उसमें हड्डियों का मजबूत होना भी बहुत जरुरी माना जाता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है इस बात को लेकर और भी एक्टिव होने की जरुरत होती है। हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए एक बैलेंस्ड डाइट लेना जरुरी है जिसमें कैल्शियम, विटामिन डी, मैग्नीशियम और हड्डियों को मजबूत बनाने वाले कुछ अन्य पोषक तत्व शामिल हों। इससे हड्डियों के नुकसान को रोकने और ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम कम करने में मदद मिलती है। तो चलिए आज अपने इस आर्टिकल के जरिए आपको कुछ ऐसे फूड्स बताते हैं जो आपकी हड्डियां मजबूत बनाने में मदद करेंगे। आइए जानते हैं।
मेवे और सीड्स
बादाम, तिल के बीज, चिया के बीज और अन्य नट्स जैसी चीजें आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनमें कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे कई सारे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। एक शोध में यह बात साबित हुई है कि नियमित रुप से नट्स और बीजों का सेवन करने से हड्डियों को पोषक तत्व मिलता है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं और फ्रैक्चर का खतरा भी कम होता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
केला, पालक, कोलार्ड ग्रीन्स और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियों में भी कैल्शियम, विटामिन के और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है।आपको बता दें कि विटामिन K हड्डियों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ऐसे में इसका सेवन करने से फ्रैक्चर का जोखिम कम करने में मदद मिलती है।
फोर्टिफाइड फूड्स
संतरे का रस, अनाज और टोफू जैसे कई सारे खाद्य पदार्थ कैल्शियम और विटामिन-डी से भरपूर माने जाते हैं। इनका सेवन करने से हड्डियां स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद मिलती है। विटामिन-डी और कैल्शियम वाले पदार्थों का सेवन करने से बच्चों की हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स
दूध, पनीर और दही कैल्शियम के लिए सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। इसमें मौजूद खनिज मजबूत हड्डियों के निर्माण और देखभाल के लिए आवश्यक है। शोध के अनुसार नियमित रूप से डेयरी उत्पादों का सेवन करने से फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम किया जा सकता है। वहीं अधिक सैचुरेटेड फैट के सेवन से बचने के लिए कम फैट वाले दूध को चुन सकते हैं।
बीन्स और फलियां
बीन्स और फलियां जैसे छोले, दाल और बीन्स में भी कैल्शियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।यह सारे पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। एक शोध की मानें तो बीन्स और फलियों का नियमितसेवन करने से हड्डियों के घनत्व में सुधार होता है और फ्रैक्चर का खतरा कम हो सकता है।
फैटी मछली
सैल्मन, टूना और सार्डिन जैसी फैटी मछलियां भी विटामिन-डी का बहुत अच्छा स्त्रोत मानी जाती हैं। यह शरीर में कैल्शियम इकट्ठा करके हड्डियों का निर्माण करने में मदद करती हैं। नियमित तौर पर फैटी फिश का सेवन करने से ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा कम हो सकता है।
अंडे
अंडे भी विटामिन डी का अच्छा स्रोत माना जाता है। यह हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी माने जाते हैं। इसके अलावा अंडे प्रोटीन का भी बहुत अच्छा स्त्रोत माना जाता है। हड्डियों को मजबूत करने से और उन्हें मजबूत बनाए रखने के लिए अंडा जरुरी है।