प्रेग्रेंसी महिलाओं के जीवन का सबसे संवेदनशील और खास पल होता है। इसमें होने वाली मां को अपना और अपने बच्चे का ख्याल रखना होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई सारे बदलाव होते हैं और कई सारे असामान्य से लक्षण देखने को मिलते हैं, जिसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये मां और बच्चे दोनों के स्वास्थय के लिए जरूरी है। प्रेग्नेंसी के दौरान पेट दर्द होने के कई सारे कारण हो सकते हैं। कई बार ये केवल गैस या कब्ज की वजह से भी हो सकता है, वहीं कई बार ये मिसकैरेज या ओवेरियन सिस्ट की वजह से भी हो सकता है। चलिए आज हम आपको बताते हैं इसके बारे में विस्तार से...
ये हो सकते हैं प्रेग्नेंसी में पेट दर्द की वजह...
गैस या कब्ज
प्रेग्नेंसी में पेट दर्द का एक कारण कब्ज या गैस की समस्या हो सकती हैष इस वजह से दर्द लगातार बढता है और खट्टी डकारें, उल्टी जैसी कई समस्या होने लगती है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
गर्भाशय बढ़ने के कारण
गर्भशय के बढ़ने की वजह से पेट दर्द हो सकता है, साथ ही उल्टी की आशंका भी बनी रहती है। इसके लिए जरूरी है कि आप थोड़ी- थोड़ी मात्रा में कुछ न कुछ खाते रहें।
मिसकैरेज का हो सकता है संकेत
प्रेग्नेंसी के शुरुआती कुछ महीने बहुत संवेदनशील होते हैं और जरा सी भी लापरवाही से मिसकैरेज हो सकता है। ऐसे में आपके पेट के निचले हिस्से में मरोड़ उठते हैं और रक्त- स्नाव और पेट में दर्द भी होता है। इसका सबसे आम लक्षण होता है रक्तस्नाव जो कई दिनों तक रुक- रुककर होता है। ऐसा कुछ हो तो डॉक्टर को जरूर बताएं और उनसे परामर्श लें।
एक्टोपिक प्रेग्नेंसी भी एक वजह
अस्थानिक प्रेग्नेंसी यानी एक्टोपिक प्रेग्नेंसी जो गर्भाशय से बाहर विकसित होता है। दुर्भाग्यवश, ऐसी प्रेग्नेंसी को बचाया नहीं जा सकता है। ये एक गंभीर स्थिति है। सिंपल शब्दों में कहा जाए तो एक्टोपिक प्रेग्नेंसी एक ऐसी प्रेग्नेंसी है जिसमें भ्रूण का विकास गर्भाशय के बाहर होने लगता है। ऐसे में पेट में बहुत तेज दर्द उठता है। ये दर्द धीरे- धीरे पूरे पेट में फैल जाता है।
यूरिन इन्फेक्शन
अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान मूत्रमार्ग में संक्रमण को इग्नोर करती हैं तो भी ये पेट दर्द, पेशाब में जलन, उल्टी आदि समस्याओं को जन्म देता है। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया गया तो ये बाद में किडनी इंफेक्शन की वजह भी बन सकता है।