आपने बच्चों की स्किन में रेडनेस या लाल रंग के धब्बे जरूर देखे होंगे। अक्सर हम इसे एलर्जी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, अगर बच्चे के शरीर में ये धब्बे लंबे समय तक है तो यी एक्जिमा (Eczema) भी हो सकता है। इन लाल धब्बों को छूने और खुजलाने से ये शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल जाता है हैं और कई अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बन जाता है।
सतर्क रहने की जरूरत
यह त्वचा की अति संवेदनहीनता के कारण उत्पन्न होता है, यदि बच्चे को यह बीमारी जन्म के दो-तीन महीने के भीतर ही हो गई हो तो अक्सर इसकी वजह hereditary होती है। परिवार के अन्य सदस्यों में किसी को एक्जिमा, दमा या हे-फिवर जैसी बीमारियां हों तो बच्चे को भी ये बीमारियां हो सकती हैं। एक्जिमा सिर्फ शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। एक्जिमा आमतौर पर कोहनी, जांघ, घुटनों, पीठ, पेट, हाथ और कानों के आसपास होता है। अगर समय रहते इसे कंट्रोल न किया जाए तो ये गंभीर रूप भी ले सकता है। चलिए जानते हैं इसके कारण और उपचार।
लक्ष्ण
कोहनी और कानों के पीछे की त्वचा सूखी और लाल होना।
स्किन का फटना और दर्द होना।
लाल वाली जगह पर जलन होना
संक्रमण की जगह पर तेज खुजली होना
कारण
गाय के दूध की एलर्जी इसका एक कारण हो सकती है, क्योंकि बोतल का दूध पीने वाले बच्चों में इसका प्रमाण मां के दूध पर पलने वाले बच्चों के अनुपात में अधिक होता है। जलन पैदा करने वाले डिटर्जेंट, साबुन, शैंपू या तेल त्वचा की जलन और एक्जिमा का कारण बन सकते हैं।
उपचार
वैसे तो एक्जिमा को समूल रूप से दूर करने के लिए कोई उपचार पद्धति उपलब्ध नहीं है। मगर निम्रलिखित उपायों द्वारा रोग की तीव्रता को कम किया जा सकता है या टाला जा सकता है। यदि बच्चे को गाय का दूध पिलाया जा रहा हो तो उसे बंद कर उसे बकरी या भैंस का दूध या सोयाबीन दूध पिलाना चाहिए। जैतून के तेल को हल्का गर्म कर मालिश करने से भी लाभ होता है। यदि ज्यादा तकलीफ हो तो चिकित्सक के परामर्श से मरहम युक्त दवाओं का प्रयोग किया जा सकता है। उसी तरह बच्चे को रोग युक्त जगह को खुजाने से रोकना चाहिए। इसके लिए उसके नाखून नियमित रूप से काटें। रात में सोते वक्त हाथों को रूई द्वारा ढंकना भी लाभदायक होता है, हल्की नींद की दवा भी प्रयोग की जा सकती है।
एक्जिमा का सफल घरेलू इलाज
त्वचा पर एलोवेरा से मालिश करने से स्किन की ड्राईनेस दूर होती है।
एक्जिमा से प्रभावित अंग पर कच्चा दूध लगाने से भी राहत मिलती है।
नीम का तेल लगाने से भी एक्जिमा जल्दी सही होता है।