कैंसर का नाम सुनते ही हर व्यक्ति के एक बार तो होश जरुर उड़ जाते हैं। मगर यदि समय रहते इसके लक्षणों को जान कर डॉक्टर के पास जाया जाए, तो इसका इलाज संभव है। जी हां, आज बहुत से लोग देरी से इलाज शुरु होने की वजह से कैंसर की वजह से मौत के शिकार हो रहे है, यदि समय रहते इसके लक्षणों पर गौर किया जाए तो आप इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आने के बावजूद अपना जीवन बचा सकते हैं, क्योंकि कैंसर कोई जानलेवा बीमारी नहीं है। सही इलाज और देखभाल के चलते इस बीमारी से निजात पाई जा सकती है।
शरीर में सेल्स की तेजी से बढ़ती गिनती को कैंसर कहा जाता है। ऐसा तभी होता है जब हम अपने खान-पान का ध्यान नहीं रखते या फिर जरुरत से ज्यादा गुस्सा या स्ट्रेस लेते हैं। आइए हम जानते हैं कैंसर के शुरुआती लक्षणों के बारे में विस्तार से...
भारत में ज्यादातर कोलोरेक्टल, पेनक्रियाज, गुर्दे, ओवेरियन और ब्रेस्ट कैंसर के मरीज देखे जा रहे हैं। इन सभी कैंसर के शुरुआती लक्षण कुछ एक ही तरह के होते हैं। जैसे कि..
वजन घटना
फेफड़ों और आंत के कैंसर में व्यक्ति का वजन एक दम घटने लगता है। अगर आपका वजन बिना डायटिंग या फिर वर्जिश के लगातार घटता जा रहा है तो एक बार डॉक्टर से जरुर संपर्क करें।
थकान और कमजोरी
नींद पूरी लेने के बावजूद अगर आप थका हुआ महसूस करते हैं, तो एक बार अपना बॉडी चेकअप जरुर करवाकर आएं। बेवजह थकान और गुस्सा महसूस करना कैंसर के शुरुआती लक्षणों में से एक हैं।
बुखार का बने रहना
वैसे तो साल में एक बार बुखार आना हमारे तंदरुस्त शरीर की निशानी है। मगर बुखार का बार-बार होना या फिर दवा लेने के बावजूद ठीक न होना भी कैंसर के लक्षण है।
सांस लेने में तकलीफ
जिन लोगों को सांस लेने में तकलीफ या फिर सांस लेते वक्त उनके नाक में से सीटी की आवाज आती है, तो उन्हें अपने फेफड़ों की जांच करवानी चाहिए। सांस में तकलीफ और रेशे का लंबे समय तक जमा रहना फेफड़ों के कैंसर की तरफ इशारा करता है।
पुरानी खांसी या छाती में दर्द
लंबे समय से चली आ रही खांसी या फिर छाती में दर्द फेफड़ों में कैंसर की वजह हो सकता है।
सूजन और सीने में जलन
शरीर में सूजन या फिर सीने में जलन एसिडिटी या फिर फूड पाइप के कैंसर की निशानी हो सकते हैं। लंबे समय तक फूड पाइप में जलन महसूस हो तो डॉक्टर को दिखाने में देरी न करें।
आंतों का कैंसर
लगातार दस्त या फिर कब्ज रहना आंतों के कैंसर की तरफ इशारा करता है।
ग्ले का कैंसर
खाना निगलने में तकलीफ, भोजन के टुकड़े ग्ले में महसूस करना या फिर ग्ले में दर्द या फिर गांठ महसूस होना ग्ले के कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
पीलिया
आजकल पित्ते का कैंसर भी आम होता जा रहा है। कई बार यह कैंसर लंबे समय तक पित्ते की पथरी का इलाज न करवाने की वजह से हो सकता है। अगर आपका पीलिया ठीक नहीं हो रहा, तो यह पित्ते में कैंसर की वजह हो सकता है।
सूजन या गांठ
शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ, दर्द या फिर बेवजह तकलीफ को इग्नोर न करें। एक बार डॉक्टर को जरुर दिखा लें।
त्वचा पर नए-नए निशान
त्वचा पर एक दम से निशान दिखाई देना या फिर छोटे-छोटे तिल, स्किन कैंसर की तरफ इशारा करते हैं।
नाखूनों में परिर्वतन
नाखून अगर पीले या फिर काले होते दिखाई दें, तो यह त्वचा का कैंसर हो सकता है। कई बार ब्लड कैंसर की वजह से भी नाखून पीले पड़ते हैं। नाखूनों का पीला पड़ना रक्त में ऑक्सीजन की कमी की वजह से होता है।
पेट में दर्द
महिलाओं को निचले पेट में दर्द, सूजन या फिर भार महसूस हो तो उन्हें ओवेरियन कैंसर की शिकायत हो सकती है। इसके लिए उन्हें अपना CA टेस्ट जरुर करवाना चाहिए।
यूरीन में खून
पेशाब में खून दिखाई देना सामान्य भी हो सकता है। कई बार किडनी में इंफेक्शन की वजह से भी यूरीन में खून आ जाता है। मगर फिर भी डर दूर करने के लिए डॉक्टर से मिलने में देरी न करें।
खांसी करते वक्त खून
लंबे समय से चली आ रही खांसी में अगर खून दिखाई दे, तो ब्लड कैंसर या फिर फेफड़े का कैंसर हो सकता है। अगर दवा खाकर भी खांसी ठीक नहीं हो रही तो डॉक्टर को जरुर दिखाकर आएं।
तो ये थे कैंसर की समस्या के शुरुआती लक्षण।