तनाव क्या है: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी भी व्यक्ति से बात करने पर वह व्यक्ति आपको किसी न किसी तनाव या परेशानी से पीड़ित ही दिखेगा। ऑफिस हो या घर सभी लोग मशीन की तरह काम करने में लगे हुए हैं, इस बात का ध्यान किए बिना कि उनकी सेहत का स्तर धीरे-धीरे नीचे गिरता चला जा रहा है। जिंदगी में काम करने की एक सीमा और समय तय होता है, लेकिन जब हम जरुरत से ज्यादा किसी काम में खुद को व्यस्त कर लेते हैं तो नतीजा हमारी सेहत का भुगतना पड़ता है। तो चलिए जानते हैं तनाव हमें किन-किन गंभीर बीमारियों से साय में पहुंचा सकता है...
तनाव से होने वाली बीमारिया
हृदय रोग
देश में 80 प्रतिशत हार्ट अटैक का कारण अत्यधिक तनाव और चिंता का दिलों दिमाग पर हावी होना है। आज के कांपेटेटिव युग में हर कोई खुद को और अपने बच्चों को सबसे आगे देखना चाहता है, जिसके चलते मां-बाप खुद तो तनाव के भीतर जीते ही हैं, साथ ही अपने बच्चों को भी इस घेरे में डाल देते हैं। जिस वजह से आज का युवा भी अनेकों बीमारियों की चपेट में आ चुका है।
त्वचा रोग
आपने अक्सर देखा होगा तनाव और चिंता से ग्रस्त लोगों के चेहरे मुरझाए और बेजान लगते हैं। कारण बड़े बुजुर्ग हमेशा कहते थे कि चिंता चेहरे की रौनक छीन लेती है, क्योंकि चिंता से घिरा हुआ इंसान कभी भी चैन की नींद नहीं ले पाएगा, उस वजह से उसके चेहरे की रौनक हमेशा खोई रहेगी।
बालों का झड़ना और सिर भारी रहना
पौष्टिक खानपान के बावजूद यदि आपके बाल लगातार झड़ रहें हैं, तो समझ लीजिए उसके पीछे छिपा मुख्य कारण कमजोरी या फिर कुछ और नहीं बल्कि तनाव है। सिर का हर वक्त भारी रहने का कारण भी अत्यधिक स्ट्रैस लेने से हो सकता है।
नींद ना आना
इंसान का तनाव में रहना सबसे ज्यादा उसकी नींद पर बुरा असर डालता है। अगर आप पूरी नींद नहीं ले रहे तो उसका सीधा प्रभाव आपकी पर्सनल और प्रोफैशनल लाइफ पर पड़ेगा।
बातें भूल जाना
लंबे समय से तनाव के चलते लोगों की स्मरण शक्ति कमजोर होने लग जाती है। पुरानी बातें तो दूर उन्हें वर्तमान की बातें भी याद नहीं रहती।
तनाव दूर करने के तरीके
एक रुटीन का पालन करें
अपनी लाइफ में हमेशा एक रुटीन का पालन करें। जब हमारी दिनचर्या अच्छी तरह से संरचित होती है, तो हम अपने दिन का बेहतर तरीके से उपयोग कर सकते हैं। आप यह भी महसूस करेंगे कि आप अपने काम रुटीन में कंपलीट करने के साथ-साथ अपने मनोरंजन के लिए भी समय निकाल पाएंगे, जिससे आप मानसिक रुप से फ्रैश फील करेंगे।
सुबह जल्दी उठें
आप रात को जितनी जल्दी सोएंगे, उतनी ही जल्द सुबह उठ भी पाएंगे, जिससे आप अपनी दिन दिनचर्या के काम समय पर निपटा सकेंगे। वैसे भी बिस्तर पर जल्दी सोने और जल्दी उठने वाला इंसान धनवान और बुद्धिमान बनता है।
अपने लिए एक सूची बनाएं
उन चीजों की एक सूची बनाएं जो आपको खुश और आशावादी बनाती हैं। यह तकनीक आपके तनाव को सकारात्मक तरीके से कम करने में मदद करेगी।सबसे अच्छा सुझाव एक टू-डू सूची बनाना होगा जिसमें आप सभी गतिविधियों, असाइनमेंट या किसी भी अन्य कार्यों को सूचीबद्ध करते हैं जिन्हें आपको पूरा करने की आवश्यकता होती है। यह ध्यान केंद्रित और संगठित रहने का एक अच्छा तरीका है।
अपनी चुनौतियों को स्वीकारें और उनका सामना करें
यदि आप अपने आप को किसी बुरी स्थिति में पाते हैं या आपके लिए हुए कुछ फैसलों ने आपको परेशानी में डाल दिया है, तो इनसे भागने या डरने की बजाय, इनका सामना करें। जब आप अपनी चुनौतियों को स्वीकार करते हैं, तो इसका आपके दिमाग और चेतना पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह आपको भविष्य में कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए मजबूत बनाता है।
शरीर को आराम दें
अपने मन और शरीर को आराम देंना, तनावमुक्त रहने का सबसे बढ़िया और आसान तरीका है। लगातार काम करते रहने से शरीर और दिमाग तनावपूर्ण हो सकता है,इसलिए काम से कुछ देर की ब्रेक लेना बेहद जरुरी है। इस तरह आप शांत रहेंगे और खुद को बेहतर महसूस करेंगे।
विलंब न करें
जैसा कि बड़ों ने कहा है, कल कभी नहीं आता। अपने काम को अगले दिन के लिए न छोड़ें। अपना काम जल्द से जल्द पूरा करें। आज के काम को कल पर डालने से लाइफ में सबसे अधिक तनाव बढ़ता है। आप अपने काम को जितना जल्दी पूरा करेंगे उतनी ही खुशी और सुकून आप महसूस करेंगे।
सबसे जरुरी बात
अंतिम लेकिन सबसे जरुरी बात, हमेशा खुश रहें ! खुश रहने का मतलब यह होगा कि आप अपने शरीर को भी खुश रखें। उसके लिए जरुरी है रुटीन में व्यायाम करें। नियमित व्यायाम शरीर के लिए एक बेहतरीन बूस्टर है क्योंकि यह तनाव हार्मोन के उत्पादन को कम करने में मदद करता है। इसलिए एक खुशहाल, स्वस्थ जीवन जिएं और हमेशा तनाव मुक्त रहें !