नारी डेस्क: हिंदू धर्म में व्रत का विशेष महत्व है, और नवरात्रि में यह खास रूप से होते हैं। व्रत ना केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होते हैं, बल्कि यह शरीर के लिए भी फायदेमंद माने जाते हैं। यह डिटॉक्सिंग करने का एक तरीका है और वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है। हालांकि, व्रत के दौरान अगर कुछ गलतियां की जाएं, तो यह पेट से जुड़ी समस्याओं को जन्म दे सकती हैं, जैसे गैस, एसिडिटी, और अपच।
नवरात्रि 2025 में 30 मार्च से शुरू हो रही है, और इस दौरान व्रत रखना बहुत से लोगों के लिए एक श्रद्धा का विषय होता है। जहां व्रत का वैज्ञानिक महत्व भी अब माना जाने लगा है, वहीं आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार सावलिया ने व्रत रखने के सही तरीके के बारे में बताया है। उन्होंने उन 5 सामान्य गलतियों को साझा किया, जिन्हें व्रत के दौरान अनजाने में किया जाता है, और जिन्हें सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।

डेयरी प्रोडक्ट्स को फलों के साथ मिलाना
बहुत से लोग व्रत के दौरान फल और दही या दूध मिलाकर शेक बनाते हैं, लेकिन यह गलत हो सकता है। डेयरी प्रोडक्ट्स में प्रोटीन और फैट ज्यादा होते हैं, जबकि फल जल्दी पचते हैं। दोनों को एक साथ खाने से पाचन में दिक्कत हो सकती है और पेट में गैस बन सकती है। इसलिए, इन्हें अलग-अलग समय पर खाएं और 2 घंटे का गैप रखें।
सूर्यास्त के बाद फल खाना
आयुर्वेद के अनुसार, सूर्यास्त के बाद कच्चे खाद्य पदार्थ, जैसे फल या सलाद, नहीं खाने चाहिए, क्योंकि रात के समय इन्हें पचाना मुश्किल होता है। इससे पेट में फुलाव, अपच और गैस हो सकती है। फल खाने का सबसे अच्छा समय दिन के बीच (दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक) है, जब शरीर का मेटाबोलिज्म अच्छा होता है।

अधिक फ्राइड फूड खाना
व्रत में कई लोग चिप्स, पूड़ियां या अन्य तली-भुनी चीजें खाते हैं, जो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। इनसे शरीर में ज्यादा फैट जमा होता है और वजन बढ़ सकता है। फ्राइड फूड से बचकर बेक्ड या हल्का खाना खाएं, जो सेहत के लिए अच्छा हो।
ज्यादा मीठा खाना
व्रत के दौरान मीठा खाना सामान्य है, लेकिन ज्यादा चीनी का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यह वजन बढ़ाने, इंसुलिन रेजिस्टेंस, और दांतों के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। फलों में नैचुरल शुगर होता है, जो शरीर के लिए बेहतर होता है। आप गुड़ और शहद का सेवन भी कर सकते हैं, लेकिन वो भी सीमित मात्रा में।

बार-बार खाना (हर 2-3 घंटे में)
व्रत रखने के दौरान कुछ लोग अपनी भूख के बारे में बहुत ज्यादा कॉन्शियस हो जाते हैं और बार-बार खाते रहते हैं। इससे पेट पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। सही तरीका यह है कि दिन में पर्याप्त पानी पिएं और 2-3 बार हर्बल चाय का सेवन करें, जिससे क्रेविंग को कंट्रोल किया जा सके।
इन गलतियों से बचने से न केवल आपका पाचन तंत्र सही रहेगा, बल्कि आप नवरात्रि के दौरान स्वस्थ रहेंगे और पूजा-पाठ अच्छे से कर पाएंगे। व्रत के दौरान ध्यान रखें कि आप अपनी सेहत को प्राथमिकता दें और किसी भी प्रकार के नुस्खे या उपाय को अपनाने से पहले एक एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।