नारी डेस्क : शारदीय नवरात्रि 2025 की शुरुआत भक्ति और श्रद्धा के साथ होगी। इस पावन अवसर पर मां दुर्गा की पूजा के साथ-साथ नौ दिनों तक अलग-अलग रंगों के कपड़े पहनने की परंपरा भी है। माना जाता है कि इन रंगों का विशेष महत्व होता है और यह देवी मां को प्रसन्न करते हैं। हर दिन का एक अलग रंग होता है, जिसे धारण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि 2025 के नौ रंग और उनका महत्व
पहला दिन सफेद (White)
शारदीय नवरात्रि का पहला दिन शांति, पवित्रता और सादगी का प्रतीक माना जाता है। इस दिन सफेद वस्त्र धारण करने से जीवन में सौम्यता आती है और मन को शांति प्राप्त होती है। माना जाता है कि यह रंग सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और भक्तों को आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है।

दूसरा दिन लाल (Red)
नवरात्रि का दूसरा दिन शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक होता है। इस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करने से साहस, आत्मविश्वास और उत्साह की भावना प्रबल होती है। माना जाता है कि लाल रंग मां दुर्गा के उग्र और वीर स्वरूप का प्रतिनिधित्व करता है और इसे पहनने से जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मक शक्ति का संचार होता है।
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तीसरे दिन रॉयल नीला (Royal Blue)
यह रंग शांति, स्थिरता और संतुलन का प्रतीक माना जाता है। रॉयल नीला पहनने से न केवल मन में शांति महसूस होती है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ता है। यह रंग आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है और दिनभर सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है।
चौथे दिन पीला (Yellow)
पीला रंग ज्ञान, उत्साह और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। इसे पहनने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मन प्रसन्न रहता है। यह रंग जीवन में उमंग और आनंद लाने में मदद करता है, साथ ही नई सोच और प्रेरणा को भी बढ़ावा देता है।

पांचवा दिन हरा (Green)
हरा रंग उन्नति, ताजगी और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इसे पहनने से न केवल स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि जीवन में समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है। हरे रंग का स्पर्श मन को शांति और संतुलन प्रदान करता है और नई संभावनाओं के लिए उत्साह बढ़ाता है।
छठा दिन ग्रे (Grey)
ग्रे रंग संतुलन, गंभीरता और मानसिक शांति का प्रतीक माना जाता है। इस दिन ग्रे पहनने से व्यक्ति को कठिन परिस्थितियों का सामना करने और चुनौतियों को पार करने की शक्ति मिलती है। यह रंग मन को स्थिर और विचारों को केंद्रित बनाए रखने में मदद करता है।
सातवां दिन संतरी (Orange)
संतरी रंग उत्साह, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। यह रंग भक्ति और आध्यात्मिकता से भी जुड़ा है। इसे पहनने से मन में जोश और प्रेरणा का संचार होता है, साथ ही दिनभर ऊर्जा और सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने में मदद मिलती है।

आठवां दिन मोरपंखी हरा (Peacock Green)
यह रंग समृद्धि, खुशहाली और आकर्षण का प्रतीक माना जाता है। मोरपंखी हरा पहनने से न केवल सौभाग्य बढ़ता है, बल्कि आत्मविश्वास और आकर्षक व्यक्तित्व का भी विकास होता है। यह रंग सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और जीवन में खुशियों को आमंत्रित करता है।
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नवां दिन गुलाबी (Pink)
गुलाबी रंग प्रेम, करुणा और सौम्यता का प्रतीक माना जाता है। इसे पहनने से न केवल रिश्तों में मिठास बढ़ती है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सुखद अनुभूति भी आती है। यह रंग मन को शांत और सौहार्दपूर्ण बनाता है, जिससे आसपास के लोगों के साथ संबंध और मजबूत होते हैं।
नवरात्रि केवल उपवास और पूजा का पर्व नहीं, बल्कि यह रंगों के जरिए ऊर्जा और सकारात्मकता को जीवन में लाने का अवसर भी है। अगर आप शारदीय नवरात्रि 2025 में इन नौ रंगों का पालन करते हैं, तो निश्चित ही मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होगी।