किसी ने सही कहा है कि सफलता उन्हीं को मिलती है जिन्होंने संघर्ष का स्वाद चखा है। यूपीएससी जैसी परीक्षा में जहां एक-दो असफलताओं के बाद लोग हार मानकर ट्रैक चेंज कर देते हैं। वहीं, IAS Officer संजीता मोहपात्रा जैसे कैंडिडेट्स का नाम सामने आता है जो अनेक कठिनाइयों के बीच असफलताओं से लड़ते हुए UPSC Topper बनीं हैं। संजीता मोहपात्रा की सफलता की कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली है। मैकेनिकल इंजीनियर से IAS बनीं संजीता लाखों बाधाओं के बावजूद अपने लध्य को प्राप्त करने में सफल रहीं। आइए उनके संघर्ष पर एक नजर डालते हैं.....
इंजीनियर से IAS बनीं संजीता
ओडिशा के राउरकेला की रहने वाली संजीता शुरू से ही होशियार स्टूडेंट रही हैं , उनको हमेशा से कुछ नया सीखने में रुचि थी। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, IIT कानपुर में एडमिशन लिया। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में B-Tech की डिग्री हासिल की है। IIT Kanpur से कॉलेज पूरी करने के बाद वो Civil Service की तैयारी में लग गईं।
संजीता अपने पहले तीन अटेम्प्ट में यूपीएससी सिविल सर्विस की प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाईं थी। इसने उसे निराश कर दिया, इसलिए उसने उसके बाद एक संस्थान के लिए काम करना शुरू कर दिया। नौकरी के साथ भी उन्होंने यूपीएससी की उम्मीद नहीं छोड़ी।
ऐसे बनीं यूपीएससी टॉपर
संजीता अपने चौथे प्रयास में भी असफल रहीं। यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए संजीता मोहपात्रा ने किसी कोचिंग में दाखिला नहीं लिया। उन्होंने ऑनलाइन उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल किया। अपने पांचवें प्रयास से पहले उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। वो पूरी तरह से UPSC की तैयारी में जुट गईं।
इस दौरान उनकी शादी भी हो गई, हालांकि, उन्हें अपने ससुराल वालों का पूरा समर्थन प्राप्त था। नतीजतन, अपने पांचवें प्रयास में उन्हें सफलता हासिल हुई। साल 2019 बैच में वो 10वीं रैंक के साथ UPSC Topper रहीं।