भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने टेनिस से सन्यास लेने का फैसला ले लिया है। उन्होंने खद इसकी घोषणा करते हुए कहा कि- 2022 उनका अंतिम सत्र होगा क्योंकि उनका शरीर ‘थक रहा’ है और उनके अंदर प्रत्येक दिन के दबाव के लिये ऊर्जा और प्रेरणा अब पहले जैसी नहीं है। सानिया भारत की सबसे सफल महिला टेनिस खिलाड़ी के तौर पर संन्यास लेंगी।
सबसे सफल महिला टेनिस खिलाड़ी हैं सानिया
सानिया (35 वर्ष) ने छह ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किये हैं जिसमें तीन मिश्रित युगल ट्राफियां शामिल हैं। उन्होंने अपनी जोड़ीदार नादिया किचनोक के साथ आस्ट्रेलियाई ओपन के महिला युगल के पहले दौर में हारने के बाद संन्यास की यह घोषणा की। उन्हें स्लोवेनिया की तमारा जिदानसेक और काजा जुवान से हार मिली। टेनिस स्टार ने कहा- मुझे महसूस हो रहा है कि मुझे उबरने में लंबा समय लग रहा है। मुझे महसूस होता है कि मेरा बेटा अभी तीन साल का है और मैं उसके साथ इतनी यात्रा करके उसे जोखिम में डाल रही हूं, और यह ऐसी चीज है जिसका मुझे ध्यान रखना होगा।
संन्यास लेने की बताई वजह
सानिया एकल में शीर्ष 30 में पहुंची थी जिसमें उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 27 थी। कलाई की चोट के कारण उन्होंने एकल छोड़कर युगल पर ध्यान लगाने का फैसला किया जिसके उन्हें बेहतरीन नतीजे भी मिले। उन्होंने कहा कि- 35 साल की उम्र में, जब मैं उठती हूं तो कुछ चीजें (शरीर में दर्द) ऐसी हैं जो मुझे नहीं पता कि कैसे होती हैं। मैं सत्र को खत्म करना चाहती हूं, अमेरिकी ओपन तक खेलने की कोशिश करूंगी, यही मेरा लक्ष्य है। लेकिन मुझे अब भी यह हफ्ते दर हफ्ते देखना होगा। ’’
-सानिया महिला युगल में नंबर वन की रैंकिंग तक पहुंची।
-उन्होंने अपने करियर में 6 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते।
-इनमें से तीन खिताब महिला युगल और तीन मिश्रित युगल में जीते।
-सानिया के नाम 2009 में मिक्स्ड डबल्स में ऑस्ट्रेलियन ओपन, 2012 में फ्रेंच ओपन और 2014 में यूएस ओपन रहा।
1999 में खेला टेनिस टूर्नामेन्ट
सानिया मिर्जा का जन्म 15 नवम्बर 1986 को मुम्बई में हुआ था । 6 साल की उम्र में ही उन्होंने टेनिस खेलना शुरु कर दिया था। उन्होंने पहला अन्तर्राष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेन्ट 1999 में खेला था। 2002 में लिएण्डर पेस के साथ मिक्सड डबल्स के एशियन गेम्स में इन्होंने कांस्य पदक जीता, इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। भारत के लिए टेनिस में अच्छे प्रदर्शन की वजह से साल 2004 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया जा चुका है।
सबसे हाई-प्रोफाइल एथलीट है सानिया
2006 में सानिया को पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. पद्मश्री पाने वाली सानिया सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी भी हैं। 2003 से 2013 में एकल से सेवानिवृत्ति तक, उन्हें महिला टेनिस संघ द्वारा भारत की नंबर 1 खिलाड़ी के रूप में स्थान दिया गया था। अपने पूरे करियर के दौरान, मिर्जा ने खुद को अब तक की सबसे सफल भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है और देश में सबसे अधिक भुगतान पाने वाली और सबसे हाई-प्रोफाइल एथलीटों में से एक है।