क्या आपने कभी रहस्यमयी “डेथ वैली” के बारे में सुना है? अगर नहीं सुना है तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। अमेरिका में स्थित डेथ वैली दुनिया का सबसे गर्म इलाका है। इसकी सबसे बड़ी समस्या ये है कि यहां का तापमान अक्सर 130 डिग्री फोरनहाइट या उससे भी अधिक हो जाता है। लेकिन इसकी जो बात सबसे अजीब है वह है यहां के पत्थर, जो खुद चलकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच जाते हैं।
डेथ वैली की लंबाई है 225 किलोमीटर
डेथ वैली में जब पत्थर खिसककर आगे बढ़ते हैं तो इसके चलने का निशान भी पीछे छूटता जाता है। डेथ वैली, कैलिफोर्निया के दक्षिण-पूर्व में नेवाडा स्टेट के पास स्थित है। इसकी लंबाई 225 किलोमीटर है और इसकी चौड़ाई 8 से 14 किमी में है। हालांकि इसकी चौड़ाई हर समय घटती-बढ़ती रहती है। यह दिनों इतना ज्यादा चर्चा में है कि यहां लोग अपनी जान की परवाह किए बीना सेल्फी लेने पहुंचते हैं।
गर्मी की वजह से दम तोड़ देते हैं लोग
इसकी झुलसा देने वाली गर्मी और सूखेपन के चलते ज्यादातर लोग यहां आते- आते मर जाते थे। पहले अमेरिका जाने के लिए लोगों को इस घाटी से होकर गुजरना पड़ता था। यहां से गुजरने वाले इंसान या जानवर रास्ते में ही गर्मी की वजह से दम तोड़ देते थे। वैज्ञानिकों द्वारा खोज करने पर यहां भारी मात्रा में इंसानों और जानवरों की हड्डियां मिलीं जिसके बाद इस जगह को ‘डेथ वैली’ और ‘मौत की घाटी’ का नाम दिया गया।
यहां नहीं मिलेगा पानी
इस जगह को 1933 में सरकार द्वारा अमेरिका का नेशनल मोन्यूमेंट बना दिया गया। इस जगह में पानी के निशान तक नहीं हैं। अगर पानी मिल भी जाए तो वह बहुत खारा होता है। डेथ वैली की सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां पत्थर अपने स्थान से अपने आप सरक ताजे हैं। रहस्य की बात है कि 115 किलो ग्राम तक के पत्थर कैसे बिना किसी बाहरी दबाव के अपने स्थान को छोड़ 3 किमी आगे तक पहुंच जाते हैं।
हर साल घूमने आते हैं लाखों लोग
इस सब के बावजूद इस घाटी पर घूमने के लिए हर साल 5 लाख से ज्यादा लोग आते हैं। डेथ वैली में लगे एक्सट्रीम थर्मामीटर के साथ तस्वीर लेकर लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। बताया जाता है कि डेथ वैली पर आने वाले कई पर्यटक अपनी कार में एसी चालू कर बैठे रहते हैं और जैसे ही यहां का तापमान बढ़ जाता है, तो थर्मामीटर के साथ सेल्फी लेने के लिए दौड़ पड़ते हैं।