पहली बार पेरेंट्स बनना खुशी के साथ-साथ कई जिम्मेदारियां भी साथ लाता है। बच्चे की शारीरिक देखभाल बहुत जरुरी होती है, क्योंकि इस वक्त बच्चे की की गई देखभाल उसे सारी उम्र कई फिजिकल प्रॉबल्मस से बचाकर रखती है। बात करेंगे बच्चों के पहले दांतों की, जिसे शायद कुछ लोग दूध के दांत भी कहते हैं। भले ही यह दांत कुछ वक्त के साथ गिर जाते हैं मगर फिर भी इनकी देखभाल करना बहुत जरुरी है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से...
बढ़ते बच्चों को ब्रश करना कैसे सिखाएं यह बात अक्सर मां-बाप पूछते रहते हैं। इस बात को लेकर मांएं ज्यादा परेशान रहती हैं। परेशान रहना जायज भी है, बच्चे की हाइजीन का ध्यान रखना जरुरी है। ज्यादातर मदर्स का सवाल होता है कि बच्चे को किस उम्र से ब्रश करना शुरु करवाएं, छोटे बच्चे को ब्रश करवाना सही है या नहीं? अगर आप भी इन्ही बातों को लेकर परेशान हैं तो आज हम आपकी कुछ ऐसी बातें जरुर क्लीयर करेंगे।
बच्चे का पहला टुथब्रश
लगभग 14-15 महीने का होते ही बच्चे को 12-13 दांत आ ही जाते हैं। दांत आने का प्रोसेस चौथे महीने से शुरु हो जाता है, मगर 1 साल तक आपको बच्चों को ब्रश करने की जरुरत नहीं होती। बच्चा जब तक लिक्विड डाइट पर है, तब तक आप ब्रश नहीं करेंगे तो चलेगा, मगर जब बच्चा कुछ हार्ड खाना शुरु कर दे तो ब्रशिंग ट्रीटमेंट होना बनता है।
कैसा होना चाहिए टुथ ब्रश और पेस्ट
बच्चे का टुथपेस्ट चुनते वक्त हमेशा ध्यान रखें कि उसमें फ्लोराइड नहीं होना चाहिए। असल में बच्चे के टीथ जब आप ब्रश करते हैं, तो नासमझ होने की वजह से बच्चा कुछ पेस्ट खा भी सकता है। ऐसे में फ्लोराइड अगर बच्चे के अंदर जाएगा, तो उसकी सेहत को नुकसान पहुंचेगा। बच्चे का टुथपेस्ट हमेशा फ्लोराइड फ्री होना चाहिए।
टुथ ब्रश
बच्चे के लिए टुथ ब्रश चुनें तो उसका हैंडल थिक और ब्रश वाला हिस्सा थिन होना चाहिए, बच्चे को मुंह में किसी प्रकार की परेशानी न हो। हैंडल इसलिए थोड़ा थिक और हैवी होना चाहिए, ताकि बच्चा धीरे-धीरे ब्रश को हेल्ड करे।
कितनी बार करें ब्रश?
सुबह उठते ही एक बार बच्चे का ब्रश करें, उसके बाद रात सोने से पहले एक बार ब्रश जरुर करें। ब्रश करवाते वक्त खुद बच्चे के साथ ब्रश करें। बच्चे के लिए सुबह की यह पहली रुटीन थोड़ी एंटरटेनिंग बनाएं।
टंग क्लीनिंग
बच्चे की जुबान साफ करने की इतनी जरुरत नहीं होती। अगर आपके बच्चे के मुंह से किसी तरह की स्मैल आ रही है तो आप डॉक्टर को दिखाएं, बच्चे को टंग क्लीन करने की जरुरत 5 साल के बाद होती है। तब तक तो वह खुद ब्रश करना सीख ही जाता है।
12 से 18 साल तक दें खास ध्यान
बच्चे की ओरल हेल्थ की सबसे ज्यादा जरुरत 12 से 18 महीने तक होती है। कुछ लोग दूध के दांतों टेंपोरेरी समझकर इनकी ज्यादा देखभाल नहीं करते। मगर दूध के दांतों का ध्यान न रखने से आने वाले परमानेंट दांतों की बनावट पर असर डलता है।
मीठे के बाद करें ब्रश
जैसे जैसे बच्चा बड़ा होता जाता है, उसका मीठा खाने का दिल करता है। बड़ो की तरह मीठा खाने से बच्चे के दांत भी खराब होते हैं। जिस वजह से मीठा खाने के बाद बच्चे को ब्रश करवाना जरुर बनता है।