नारी डेस्कः चीन से फैले कोरोना वायरस (Covid-19)का कहर पूरी दुनिया में फैला था जिसे अभी तक पूरी दुनिया भुला नहीं पाई है लेकिन खबरों की मानें तो कहा जा रहा है कि कोविड-19 महामारी के करीब 5 साल बाद एक बार फिर चीन में नए वायरस का प्रकोप है। पिछले कुछ दिनों में चीन में फैले नए वायरस के प्रकोप (New Virus Outbreak in China) को लेकर भारत समेत कुछ अन्य देशों में बड़े स्तर पर खबरें प्रकाशित की गई हैं।
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी अलर्ट
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी चीन में HMPV वायरस के प्रकोप (HMPV Virus ) को लेकर सावधान है और एनसीडीसी प्रकोप पर नजर बनाए हुए हैं। एनसीडीसी ने एक बयान में कहा है कि जरूरी जानकारी मिलने पर आगे के अपडेट दिए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, हाल ही के दिसंबर 16-22 के आंकड़ों पर नजर डालें तो सांस संबंधी वायरस मौसमी इन्फ्लुएंजा, राइनोवायरस, रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) और HMPV के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है।
अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (US CDC) के अनुसार, HMPV सभी उम्र के लोगों में अपर और लोअर रेस्पिरेटरी डिजीज का कारण बन सकता है। यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने से निकलने वाले स्राव या नजदीकी संपर्क जैसे हाथ मिलाने से फैलता है। हालांकि चीन ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है और कहा कि इस तरह की खबरों से बचना चाहिए, जिसमें दावा किया जा रहा था कि चीन के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है।
चीन में HMPV वायरस के केस | HMPV virus cases in China
चीन के मुताबिक, हर साल सर्दी के मौसम में सांस संबंधी समस्याएं होती हैं और इस साल सामने आए मामले, पिछले साल की तुलना में कम गंभीर हैं। सोशल मीडिया पर भीड़ वाले अस्पतालों के वीडियो वायरल हो रहे हैं लेकिन इस पर माओ निंग का कहना है कि यह एक हर साल की घटना है जो सर्दियों के दौरान होती है। पिछले कुछ महीनों से चीन में मौसम भी काफी ठंडा रहा है जो इस प्रकोप का कारण हो सकता है।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने मीडिया से बातचीत में कहा, "यह रोग पिछले साल की तुलना में कम गंभीर हैं और इनका प्रसार भी कम हुआ है।" उन्होंने यह भी कहा कि चीनी सरकार अपने नागरिकों और चीन में रहने वाले विदेशी नागरिकों के स्वास्थ्य की पूरी चिंता करती है। माओ निंग ने बताया कि उत्तरी गोलार्द्ध (चीन और आसपास के इलाकों) में सर्दियों के दौरान सांस संबंधी समस्याएं चरम पर होते हैं। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि चीन में यात्रा करना सुरक्षित है।
नए वायरस HMPV के लक्षण | HMPV Virus Symptoms
बता दें कि चीन के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और रोकथाम प्रशासन ने सर्दी के मौसम में सांस संबंधी बीमारियों की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इसका उद्देश्य लोगों को सुचेत कर वायरस संभावित प्रसार को रोकना है। नए वायरस HMPV से जुड़े सामान्य लक्षण फ्लू से मिलते जुलते हैं जिसमें सर्दी-खांसी, जुकाम और निमोनिया के ही लक्षण देखने को मिल रहे हैं। इसके साथ नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। संक्रमित व्यक्ति द्वारा खांसने और छींकने से, व्यक्तिगत संपर्क जैसे छूने या हाथ मिलाने से इस वायरस के फैलने का खतरा है।
HMPV संक्रमण से बचाव कैसे करें?
मरीज साबुन से बार-बार हाथ धोएं। अगर फ्लू के लक्षण दिख रहे हैं तो सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचें। संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें। गंदे हाथों से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूने से बचें और बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क से भी बचें। मास्क पहनें।