दुनियाभर में भारतीय महिलाएं देश का नाम रोशन कर रही है। बीते दिनों जहां चड़ीगढ़ की हरनाज कौर सिंधू ने 21 साल बाद मिस यूनिवर्स का ताज जीता तो वही कल भारतीय मूल लीना नायर फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल (Chanel) की नई CEO बन गई है। मंगलवार को यूनिलीवर (Unilever) की पीर्व एग्जीक्यूटिव लीना नायर (Leena Nair) को ग्लोबल चीफ एग्जिक्युटिव नियुक्त कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले वह यूनीलीवर में बतौर चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर थीं लेकिन अब उन्होंने उस पद से इस्तीफा दे दिया है। शनैल ने ट्वीट के जरिए बताया कि लीना नए साल यानि जनवरी से इस लग्जरी फैशन ग्रुप कमी कमान अपने हाथों में लेंगी।
बता दें कि इंदिरा नूई के बाद वह भारतीय मूल की दूसरी ऐसी महिला हैं जो किसी ग्लोबल कंपनी में सीईओ बनी हैं। इंद्रा नूई पेप्सिको की ग्लोबल सीईओ थीं। इंटरनेशनल ब्रांड शनैल की CEO नियुक्त होने के बाद अब सोशल मीडिया पर लीना नायर छाई हुई है। लोग, लीना नायर की सक्सेस स्टोरी जानने के लिए उत्सुक हैं कि आखिर वो हैं कौन और उनका अब तक का यह शानदार सफर कैसा रहा तो चलिए आज वीडियो में आपको लीना नायर की ही स्टोरी बताते हैं...
पहले तो आपको बता दें कि जिस इंटरनेशनल ब्रांड की लीना नायर CEO बनने जा रही है वो अपने ट्वीड सूट, क्विल्टेड हैंडबैग और No. 5 परफ्यूम के लिए जाना जाता है। लीना अगले साल जनवरी में कंपनी में आधिकारिक तौर पर शामिल हो जाएंगी। 11 जून 1969 को जन्मी लीना नायर महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली हैं। यही से उन्होंने अपनी स्कूलिंग पूरी की और सांगली में वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। बाद में लीना ने जमशेदपुर के जेवियर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) से MBA की डिग्री ली। लीना अपने बैच की गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी है। एक इंटरव्यू में लीना ने कहा था कि जब उन्हें जमशेदपुर के जेवियर्स कॉलेज से ऑफर मिला था तो उनके लिए अपनी फैमिली को मनाना काफी मुश्किल था खासकर पापा को। इसके लिए पापा को तैयार करना उनके लिए आसान नहीं था कि उन्हें जमशेदपुर जाकर पढ़ना है, जहां ट्रेन से जाने में करीब 48 घंटों का वक्त लगता है।
साल 1992 में लीना का करियर शुरू हुआ हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी से। बाद में साल 1993 में वह लिप्टन में फ़ैक्ट्री पर्सनल मैनेजर बनीं। 1996 में हिंदुस्तान लीवर में ही वह एंप्लॉई रिलेशन्स मैनेजर बन गईं। यहां आपको बता दें कि हिन्दुस्तान लीवर ने अपना नाम बदल कर यूनिलीवर कर लिया था। 8 साल पहले लीना लंदन शिफ्ट हो गई थी। वहां जाकर उन्होंने एंग्लो-डच कंपनी के लंदन हेक्वार्टर में लीडरशिप और ऑर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट की ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट का पद संभाला था। 2016 में उनकी प्रमोशन हुई और वो वह यूनिलीवर की पहली महिला, पहली एशियाई और सबसे कम उम्र की CHRO बन गईं। लीना नायर को पिछले महीने ही फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था। यूनिलीवर ने अपने लीडरशिप एक्जीक्यूटिव में बदलाव की घोषणा करते हुए एक बयान में कहा, "लीना नायर, सीएचआरओ ने जनवरी 2022 में कंपनी छोड़ने का फैसला किया है, ताकि वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी, चैनल लिमिटेड के रूप में एक नया करियर शुरू कर सके।"
लीना के पास 30 साल का एक्सपीरिंस है। लीना को अब तक कई HR एंटरवेंशन के लिए श्रेय मिला है, जिसमें से बाय चॉइस सबसे सराहा जाने वाला इनिशिएटिव था। इस प्रोगाम में उन महिलाओं को वर्कफोर्स में लाना है, जिन्होंने अपने करियर को पीछे छोड़ दिया है।
लीना नायर इंदिरा नूई को अपना दोस्त और मेंटॉर मानती हैं। लीना सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है। अपने इस नए कदम के बारे में बताते हुए लीना ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं शेनेल में बतौर ग्लोबल चीफ़ एग्जीक्यूटिव अपॉइंट होकर बहुत सम्माननीय महसूस कर रही हूं. यह एक शानदार और अनुकरणीय कंपनी है.''
खैर, भारतीय मूल की लीना नायर विदेश में जाकर भारत का नाम खूब रोशन कर रही हैं।