आज यानी 12 अप्रैल को ईसाई धर्म का ईस्टर पर्व है। सभी ईसाईयों दर्शाया यह त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। मगर इस बार लॉकडाउन के कारण सभी चर्च सुने पड़े हैं। यह फेस्टिवल गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी रविवार को सेलिब्रेट किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। कहा जाता है कि जिस दिन उन्हें सूली पर लटकाया था उस दिन फ्राइडे था। उसके तीन बाद यानी रविवार को वह पुनर्जीवित हो गए थे। इसलिए इस दिन को ईस्टर संडे के तौर पर मनाया जाने लगा।
क्यों मनाया जाता है ईस्टर पर्व?
मान्यता है कि ईसा मसीह दोबारा जीवित होकर 40 दिनों तक अपने शिष्यों के साथ रहें थे। इसके बाद वे हमेशा के लिए स्वर्ग चले गए। तभी से ईसाई लोग इस पर्व को मनाने लगे। वे इस फेस्टिवल को पूरे 40 दिनों तक मनाते हैं। वैसे आपने इसके बारे में टीवी सीरियल, फिल्मों में सुना और देखा होगा। इसमें Easter Bunny और Easter Egg को विशेष स्थान दिया गया है। तो चलिए जानते हैं इनका ईस्टर से क्या खास कनेक्शन जुड़ा है...
ईस्टर से अंडे का कनेक्शन?
ईसाई लोगों में अंडे को बहुत महत्व दिया जाता है। ये लोग इस दिन अंडों को सुंदर कलरफुल ढंग से सजाकर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को गिफ्ट देते हैं। उनका मानना है कि अंडे शुभ होते हैं। ये अच्छे दिनों की शुरुआत करते हैं। इसके साथ ही नए और खुशहाली भरे जीवन का संदेश देते हैं। उनकी मान्यता है कि जिस तरह अंडे से जो नया जीव उत्पन्न होता है। वह सभी लोगों को नई शुरुआत करने का संदेश देता है।
क्या है ईस्टर बनी?
चाहे बाइबल में ईस्टर से संबंधित किसी खरगोश के बारे में नहीं लिखा है। मगर ईस्टर बनी इस छुट्टी का सबसे सेक्युलर सिम्बल है। असल में खरगोश प्रजनन और नए जीवन की शुरुआत का एक प्राचीन प्रतीक हैं। इन दोनों का कनेक्शन 17 वीं शताब्दी से माना जाता है। इसके बाद यह जर्मन के लोगों और अमेरिकन से होता हुआ यह पूरे विश्व में सेलिब्रेट किया जाने लगा। जर्मन ने एक परंपरा की शुरुआत की जिसमें खरगोश अंडे देती है। यह 'ऑस्कर हब्स' के नाम से जाना जाता है। तब से यह त्योहार बड़ों के साथ बच्चों का भी फेवरेट हो गया क्योंकि उन्होंने कलरफुल और सजे हुए अंडे देने के लिए ईस्टर बनी के लिए घोंसले बनाने शुरू किए। इस तरह यह परंपरा अमेरिका में फैली हुई है।
कैसे मनाया जाता है ईस्टर?
- ईस्टर फेस्टिवल के पहले हफ्ते को ईस्टर सप्ताह कहते हैं। इस टाइम पीरियड में सभी ईसाई ईसा मसीह से अच्छे भविष्य की कामना करते हैं। इसके साथ इनमें व्रत रखने की भी परंपरा है।
- इस फेस्टिवल में सभी चर्चों को खासतौर पर डेकोरेट किया जाता है।
- सभी लोग चर्च में जाते हैं और मोमबत्तियां जलाकर चर्च को रोशन करते हैं। इसके साथ वे अपने घरों को भी केंडल से रोशन कर सजाते हैं।
- सभी ईसाई इस दिन मिलकर बाइबल को पढ़ते हैं।