शुक्रवार का दिन धन की देवी लक्ष्मी मां को समर्पित होता है। मान्यता है कि देवी मां की पूजा करने से घर में सुख-शांति का वास होता है। इसके साथ ही आर्थिक स्थिति मजबूत होने में मदद मिलती है। वहीं वास्तु अनुसार शुक्रवार को देवी लक्ष्मी के अलग-अलग रूप की मूर्ति घर पर लगाना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे मनचाहा फल मिलता है।
विद्या और बुद्धि का विकास करने के लिए
घर में देवी लक्ष्मी और प्रथम पूजनीय गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। मान्यता है कि इससे विद्या और बुद्धि का विकास होता है। हालांकि गणेश जी और माता लक्ष्मी आपस में भाई-बहन हैं। ऐसे में इनकी एक साथ पूजा सिर्फ दीपावली पर करने का ही विधान है।
संकटों से छुटकारा पाने के लिए
जो लोग जीवन में समस्याओं से घिरे हुए हैं वे घर में देवी मां के अष्टधातु की मूर्ति रखें। इससे जीवन में चल रही समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
शुक्र ग्रह की मजबूती के लिए
देवी लक्ष्मी का संबंध शुक्र ग्रह से माना जाता है। मान्यता है कि कुंडली में शुक्र ग्रह मजबतू होने से जीवन में हर सुख-सुविधा की प्राप्ति होती है। इसलिए शुक्रवार के दिन लाल वस्त्र पहने मां लक्ष्मी की मूर्ति घर पर रखने से शुभफल की प्राप्ति होती है।
कारोबार में तरक्की के लिए
कारोबार में लगातार घाटा होने पर कार्यक्षेत्र में चांदी से बनी लक्ष्मी जी की मूर्ति रखें। साथ ही रोजाना देवी मां की पूजा करें। मान्यता है कि इससे कारोबार संबंधी समस्याएं दूर होकर तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
धन प्राप्ति के लिए
हाथी पर सवार देवी लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति घर पर लगाने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती है।
दाम्पत्य जीवन में खुशहाली लाने के लिए
घर के मंदिर में मां लक्ष्मी की कमल में विराजमान मूर्ति रखना शुभ होता है। इससे पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके साथ ही घर के लड़ाई-झगड़े दूर होकर दाम्पत्य जीवन में खुशहाली व मजबूती आती है।
घर की खुशहाली के लिए
वास्तु अनुसार, घर में देवी लक्ष्मी की शांत मुद्रा बैठी हुई प्रतिमा या तस्वीर लगाना शुभ होता है। इससे घर-परिवार से जुड़ी समस्याएं दूर होकर खुशहाली का आगमन होता है।