हमारे शरीर का 2 तिहाई हिस्सा पानी से बना है। हमें स्वस्थ रखने से लेकर दिनभर की थकान को मात देने तक में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि सभी बीमारियों को दूर रखने के लिए दिन में 3-4 लीटर पानी का सेवन जरूरी है लेकिन इसके साथ ही इस बात पर ध्यान देना भी जरूरी है कि आप पानी का सेवन कब करते हैं। आपने कई लोगों को कहते सुना होगा कि भोजन करते समय पानी नहीं पीना चाहिए। चलिए आपको बताते हैं कि खाने के बीच पानी पीना कितना सही है...
खाने के बीच पानी पीना कितना सही?
बहुत से लोग ऐसे हैं, जो पानी की चुस्की लिए बिना अपना भोजन खत्म नहीं कर सकते। कुछ ऐसे भी हैं जो हर कोर के बाद सिर्फ पानी पीते हैं। बता दें कि भोजन के दौरान पानी पीने से पेट पर अधिक भार पड़ता है और वो भरा-भरा लगने लगता है। इससे आप पूरा भोजन नहीं कर पाते।
भोजन के साथ पानी पीने का सही तरीका
आयुर्वेद की मानें तो भोजन के बीच में पानी पीना बिल्कुल सही है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप एक घूंट में 1 गिलास पानी पीएं। इसकी बजाए सिप-सिप करके पानी पीएं। साथ ही भोजन से 30 मिनट पहले थोड़ा पानी पिएं और फिर भोजन के 60 मिनट बाद पानी पिएं।
तापमान का भी रखें ध्यान
भोजन के साथ आप जो पानी या चाय पी रहे हैं उसके तापमान का ध्यान रखना चाहिए। अगर भोजन गर्म है तो पानी अधिक ठंडा नहीं है होना चाहिए।
क्या खाना खाते समय पानी पीना सेहत के लिए खतरनाक?
कुछ लोगों को लगता है कि भोजन के साथ पानी पीने से शरीर में टॉक्सिंस जमा हो जाते हैं, जो बीमारियों का कारण बनते हैं जबकि ऐसा नहीं है।
खाना खाते समय पानी कब पीना चाहिए?
भोजन के बीच में तेज मिर्च या प्यास लगने पर ही पानी पीना चाहिए वो भी सामान्य तापमान वाला। इस समय ठंडा पानी पीने से पाचन अग्नि शांत हो जाती है, जिससे उसे पचाने में दिक्कत आती है।
कब नहीं पीना चाहिए पानी
. गर्म भोजन, फल जैसे ककड़ी, खीरा, तरबूज, खरबूजा, मसालेदार, तला हुआ भोजन , मूंगफली, गर्म दूध व चाय और धूप से आने के तुरंत बाद पानी पीना भी सेहत के लिए हानिकारक है। इसके अलावा एक्सरसाइज करने के तुरंत बाद भी पानी नहीं पीना चाहिए क्योंकि इस दौरान शरीर का तापमान बदलता है।
. अक्सर लोग बाहर से घर आने के बाद तुरंत पानी पी लेते हैं, जोकि गलत है। इसके अलावा कभी भी खड़े होकर पानी ना पीएं। इससे आपको आगे चलकर घुटने के दर्द की समस्या हो सकती है।