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16,000 मीटर रिकॉर्ड की दूरी तय कर भारतीय महिला ने पहली बार बनाई यूएस एविएशन म्यूजियम में जगह

  • Edited By palak,
  • Updated: 21 Aug, 2022 03:15 PM
16,000 मीटर रिकॉर्ड की दूरी तय कर भारतीय महिला ने पहली बार बनाई यूएस एविएशन म्यूजियम में जगह

अगर कुछ करने की ठान लो तो कोई भी मुश्किल से मुश्किल काम आसानी से किया जा सकता है।  यह कहावत विमान बोइंग 777 की एयर इंडिया की सीनियर पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल ने साबित करके दिखाई है। जोया उत्तरी ध्रुव के ऊपर विमान उड़ाने वाली पहली महिला बनी हैं। उन्होंने कम से कम 16,000 किलोमीटर की रिकॉर्ड तोड़ दूरी तय की है। आपको बता दें कि 2021 में पहली बार जोया के नेतृत्व में एयर इंडिया की अखिल महिला पायलट टीम ने अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को (एसएफओ) से भारत के बैंगलुरु शहर के उत्तरी ध्रुव को कवर करते हुए दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग को कवर किया था। 

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 म्यूजियम में पायलट के रुप में जगह हासिल करने वाली पहली इंसान 

अमेरिका में स्थित विमानन संग्राहलय एयर इंडिया की सारे महिलाओं की शानदार उपलब्धि से बहुत प्रभावित हुआ है। उन्होंने अपने संग्रहालय में इस शानदार उपलब्धि को जगह देने की एक खास पेशकश भी की हैज। जोया ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि - 'फ्रांसिस्को एविएशन लुइन ए टर्पेन एविएशन म्यूजियम में पायलट के रुप में जगह हासिल करना वाली वह एकमात्र इंसान हैं।' जिसे एसएफओ एविएशन म्यूजियम भी कहा  जाता है। आगे वह बताती हैं कि- 'मैं यह देखकर बबहुत हैरान हूं कि मैं वहां पर एकमात्र जीवित इंसान हूं, मैं बहुत शुक्रगुजार हूं। मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि मैं अमेरिका में एक प्रतिष्ठित विमानन संग्रहालय का हिस्सा हूं।' 

एसएफओ म्यूजियम ने दिया सम्मान

आपको बात दें कि एसएफओ म्यूजियम ने भारत की पायलट जोया अग्रवाल के विमानन में असाधारण करियर और पूरी दुनिया में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए उनके कार्यों, लाखों लड़कियों और युवाओं को  उनके सपनों को पूरा कनरने के लिए प्रेरित करने के लिए सम्मान भी दिया है।   

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संग्रहालय ने जोया की उपलब्धि को बताया प्रेरणादायक

सैन फ्रांसिस्को एविएशन म्यूजियम के एक अधिकारी ने मीडिया को बता कि - जोया हमारे कार्यक्रमों का हिस्सा बनने वाली पहली महिला पायलट हैं। एयर इंडिया के साथ उनके उल्लेखनीय करियर के अलावा भी साल 2021, में एसएफओ से बैंगलुरु के लिए पूरी तरह से महिला चालक दल के लिए उनकी रिकॉडतोड़ उड़ान, सारी दुनिया में सकरात्मकता और बाकी लड़कियों और महिलाओं के लिए उनके सपनें पूरे करने के लिए बहुत ही प्रेरणादायक है। म्यूजियम ने कहा कि - 'जोया की भागीधारी में हम सम्मानित महसूस कर पा रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों को शिक्षित और प्रेरित करने के लिए भी उम्मीद करते हैं।' 

'मेरे और मेरे देश के लिए बहुत ही महान क्षण है'

जोया अग्रवाल ने विमाननमें अपने असाधारण करियर के लिए एसएफओ एविएशन म्यूजियम द्वारा सम्मानित और सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि-'मैं विश्वास नहीं कर पा रही हूं कि मैं अमेरिका के एक संग्रहालय में जगह हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बनी हूं । यदि आप किसी आठ साल की लड़की से जो अपने घर की छत पर बैठकर सितारों को देखती थी और पायलट बनने के सपने देखती थी तो यह एक बहुत ही सम्मान की बात है कि अमेरिका ने एक भारतीय महिला को अपने संग्रहालय में जगह दी है। यह मेरे और मेरे देश के लिए बहुत ही महान क्षण है।'  

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