मानसून की बारिश में नहाने का मजा ही कुछ और है। मगर, बारिश में भीगने से सर्दी-जुकाम, इंफेक्शन का डर भी रहता है लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है कि इससे सिर्फ नुकसान ही होगा। बारिश में नहाने से सेहत को कई फायदे भी मिलते हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो सावन की बारिश का पानी साफ होता है। ऐसे में इसमें स्नान करने से आपको कई फायदे मिल सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं बारिश में नहाने के जबरदस्त फायदे...
बारिश में नहाने के पीछे का साइंस
एक्सपर्ट की मानें तो बारिश के पानी का पीएच क्षारीय होता है इसलिए यह काफी हल्की होती है। कई जगहों पर इसे वॉटर थेरेपी के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है, जो तन-मन को तरोताजा कर देता है। वहीं, मानसून की बारिश की मिट्टी में मिनरल्स और बैक्टीरिया नहीं होते जो सेहत व सौंदर्य के लिए फायदेमंद है।
सबसे पहले जानिए कब नहाएं और कब नहीं?
कुछ लोग सावन की पहली बारिश का मजा लेने निकल जाते हैं जबकि ह सही नहीं है। पहली बारिश स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाती है। दरअसल, पहली बारिश प्रदूषित, एसिड वाली होती है, जो त्वचा व सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। हमेशा 3-4 दिन, काफी समय या लगातार हो रही बारिश में ही नहाएं। आप बारिश के पानी को स्टोर करके भी रख सकते हैं। ये खराब नहीं होता।
चलिए अब आपको बताते हैं बारिश में नहाने के जबरदस्त फायदे
फोड़े फुंसी से निजात
सावन बारिश में नहाने से गर्मी में होने वाले फोड़ा और फुंसी से निजात मिलती है। साथ ही इससे शरीर की पित्ते (छोटे-छोटे दाने) की समस्या भी दूर हो जाती है।
चेहरे की सूजन घटाए
चूंकि बारिश के पानी में क्षारीय गुण होते हैं इसलिए यह गंभीर मुंहासे और चेहरे के सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
बेहतरीन क्लींजर
पुराने लोग आज भी शरीर से लेकर कपड़ो को साफ करने के बारिश के पानी का यूज करते हैं क्योंकि एक बेहतरीन क्लींजर है।
त्वचा को करे क्लीन
सोने से पहले बारिश के पानी से त्वचा को साफ करें। नियमित ऐसा करने से त्वचा बेदाग और मुलायम हो जाएगी। साथ ही रोजाना इससे चेहरा धोने पर रंगत भी साफ होगी और झांइयां-दाग-धब्बे मिट जाएंगे।
हार्मोनल संतुलन
एक्सपर्ट के मुताबिक, बारिश के पानी में भीगने से हार्मोन बनते हैं, जो दिमाग को शांत व रिलेक्स महसूस करवाते हैं।
बालों और स्किन के लिए फायदेमंद
बारिश का पानी बालों में जमा धूल-गंदगी को साफ करने में बहुत फायदेमंद है।
घमौरियां
जिन लोगों को गर्मियों में घमौरियां हो जाती हैं उनके लिए बारिश का पानी रामबाण इलाज है। दरअसल, घमौरियां शरीर का टेम्प्रेचर बढ़ने से होती है लेकिन बारिश का पानी तापमान को सही रखता है, जिससे दाने नहीं होते।
पेट की बीमारियां
रोज सुबह 2-3 चम्मच बारिश का पानी खाली पेट पीएं। इसके क्षारीय गुण पाचन से जुड़ी सभी समस्याओं को खत्म कर देंगे।
अल्सर की समस्या
इस पानी में कोरोसिव एजेंट (एक तरह का क्लोरिन) होता है, जिसे पानी पीने से अल्सर की समस्या दूर होती है।
अब तो जान ही गए होंगे कि किस तरह सावन और भादो माह की बारिश सेहत की छोटी-मोटी समस्याओं का इलाज बन सकती है। तो आप भी इस महीने में पड़ने वाली बारिश का लुत्फ उठाना ना भूलें।