हर समय थके-थके रहते हैं या अचानक वजन कम हो रहा है तो उसे इग्नोर ना करें। क्योंकि यह हार्ट इंफेक्शन यानि एंडोकार्डिटिस (Endocarditis) नामक बीमारी का इशारा हो सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि हार्ट इंफेक्शन का थकान और वजन से क्या लेना-देना। बता दें कि शरीर का हर अंग एक-दूसरे से जुड़ा होता है। ऐसे में अगर किसी अंग में कोई समस्या होती है तो पूरे शरीर का सिस्टम गड़बड़ा जाता है, खासकर अगर समस्या दिल में हो। चलिए आपको बताते हैं इस बीमारी के बारे में सबकुछ...
क्या है एंडोकार्डिटिस (Endocarditis)?
एंडोकार्डिटिस दिल से जुड़ी ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति को मौत के दरवाजे तक ले जाती है। इसके कारण एंडोकार्डियम (दिल की भीतरी परत) और वाल्व में इंफेक्शन आ जाती है, जो खतरनाक स्थिति हो सकती है। एंडोकार्टिटिस घावों को वेजिटेशन कहा जाता है, जो फाइब्रिन, प्लेटलेट्स, इंफ्लेमेटरी सेल्स और माइक्रो ऑर्गेनाइज्म के माइक्रोकोलियनिज्म का एक टुकड़ा है।
एंडोकार्डिटिस के कारण
आमतौर पर यह समस्या खून में रोगाणु या बैक्टीरिया जाने की वजह से होती है, जो इम्यून सिस्टम को भी क्षति पहुंचाते हैं। इसके कारण दिल तक ब्लड सर्कुलेट नहीं हो पाता और एंडोकार्डियम और वाल्व को नुकसान पहुंचता है। बैक्टीरिया और फंगी एंडोकार्डिटिस के कई कारण हो सकते हैं जैसे...
. मुंह की ठीक तरह से सफाई ना रखना या मसूड़ों से जुड़े रोग
. कैथेटर ट्यूब में बैक्टीरिया जाना
. दूषित सुई और सीरिंज के इस्तेमाल से भी यह इंफेक्शन हो सकती है।
एंडोकार्डिटिस के शुरूआती लक्षण
-दिल की धड़कने तेज होना
-जोड़ों और मांसपेशियों में असहनीय दर्द
-सांस लेते समय सीने में दर्द होना
-बेवजह थके-थके रहना
-बुखार, ठंड लगना और रात को अधिक पसीना आना
-सांस लेने में परेशानी
-पैरों और पेट में सूजन
अगर स्थिति गंभीर हो जाए तो कुछ और लक्षण दिखाई देते हैं जैसे...
-अचानक बेवजह वजन का घटना
-पेशाब में खून आना, रिब केज और इससे जुड़ी पसलियों में बदलाव
-पैरों के तलवों या हाथों की हथेलियों पर लाल धब्बे दिखाई देना
-हाथ-पैर की उंगलियों के नीचे लाल धब्बे (ओस्लर नोड्स) पड़ना
-पेटीची यानि आंखों के सफेद भाग और मुंह के अंदर बैंगनी या लाल धब्बे पड़ना
अब जानिए कैसे करें रोकथाम
. दिन में कम से कम 2 बार दांतों की सफाई करें, खासकर रात को सोने से पहले।
. जब भी किसी वजह से इंजेक्शन लगवाएं तो ध्यान रखें कि वो साफ हो।
. ज्यादा दवाओं का सेवन ना करें।
. टैटू बनवाना या शरीर में कहीं भी पियरसिंग करवाना
. IV दवाओं जैसे हेरोइन या कोकीन का अधिक सेवन करना
. रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम और योग जरूर करें।
याद रखें कि एंडोकार्डिटिस से बचने के लिए सही डाइट को खाएं और एक्टिव लाइफस्टाइल को फॉलो करें।