वास्तु अनुसार, रसोई घर में बेहद महत्वपूर्ण होती है। इससे हमारे जीवन में सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वास्तु अनुसार, रसोई में पड़ी कुछ चीजें से घर में सुख-समद्धि, शांति और खुशहाली का वास होता है। ऐसे में इन चीजों को पूरी तरह से खत्म करने से बचना चाहिए। नहीं तो धन हानि व करियर में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। चलिए जानते हैं उन चीजों के बारे में...
आटा
वैसे तो लोग एक साथ काफी मात्रा में आटा खरीदकर डिब्बे में भर लेते हैं। वहीं आटा खत्म होने पर उस डिब्बे में नया आटा भरते हैं। मगर ऐसा करने से बचना चाहिए। वास्तु अनुसार, डिब्बे में आटा पूरी तरह खत्म होने से पहले ही उसे भर लेना चाहिए। इसके साथ ही आटे के बर्तन को कभी भी झाड़ना नहीं चाहिए। इससे धन की हानि और समाज में मान- सम्मान की कमी हो सकती है।
हल्दी
ज्योतिष व वास्तु शास्त्र अनुसार हल्दी का संबंध बृहस्पति ग्रह से माना गया है। इसलिए रसोई में हल्दी खत्म होने से कुंडली में गुरु दोष लग सकता है। इससे धन हानि और करियर में रुकावट आने का खतरा रहता है। इसलिए रसोईघर में हल्दी खत्म होने से पहले ही इसे नया लाकर डिब्बे में भर दें। इसके साथ ही कभी भी हल्दी उधार लेने व देने से बचें। वास्तु अनुसार, इसे अशुभ माना जाता है।
चावल
कई लोग रसोई में कम यानि जरूरत अनुसार चावल रखते हैं। ताकि उसमें कीड़े ना पड़ जाए। ऐसे में अगर आप भी चावल के खत्म होने का इंतजार करते हैं तो ऐसा करने से बचे। असल में, चावल का संबंध शुक्र से होता है और शु्क्र को ऐश्वर्य, वृद्धि और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। चावल के रसोई में होने से शुक्र दोष दूर होता है। ज्योतिष व वास्तु अनुसार, शुक्र दोष होने पर पति- पत्नी के बीच संबंध कड़वे हो सकते हैं। इसलिए घर में चावल खत्म होने पर उसे नया मंगवा लें।
नमक
नमक के बिना खाने का स्वाद नहीं आता है। वहीं कई लोग किचन में नमक पूरी तरह से खत्म होने पर उसे नया लेकर आते हैं। मगर ज्योतिषशास्त्र अनुसार नमक को राहु का पदार्थ माना जाता है। इसलिए रसोई में नमक खत्म होने से राहु की कुदृष्टि पड़ सकती है। इससे बनते काम बिगड़ने और धन हानि होने की आशंका रहती है। इसलिए रसोई में कभी भी नमक खत्म ना होने दें। इसके साथ ही कभी भी किसी के घर का नमक ना लें। इससे आपके घर में बरकत बनी रहेगी।
सरसों का तेल
कई लोग खाना पकाने के लिए सरसों तेल का इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ ही घर में तेल खत्म होने पर ही उसे नया लेकर आते हैं। सरसों तेल शनि ग्रह से संबंध रखता है। ऐसे में इसके खत्म होने पर शनिदोष का सामना करना पड़ता है। इसलिए तेल खत्म होने से पहले ही इसे खरीद लाएं। इसके साथ ही संभव हो तो हर शनिवार सरसों तेल दान करें।