कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान चाहे शुरू हो गया है लेकिन अभी भी इसका कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके लगातार अलग-अलग लक्षण सामने आ रहे हैं और इन लक्षणों को समझना हर किसी के लिए आसान नहीं है। पहले जहां सूखी खांसी, बुखान व थकान इसके लक्षण बताए जा रहे थे वहीं अब इसके 7 और कोरोना के नए लक्षण सामने आए हैं। और आप में से बहुत से लोग ऐसे भी होंगे जिन्हें शायद इन नए लक्षणों के बारे में पता नहीं होगा। तो चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं।
पहले आप ये जान लें इस वायरस के आम लक्षण कौन से हैं
कोरोना को तकरीबन एक साल हो चुका है अभी तक इसके लक्षण यह बताएं जा रहे हैं कि इस वायरस के कारण बुखार होता है, लगातार खांसी आती है और गंध या स्वाद की क्षमता भी खत्म हो जाती है। लोगों को अभी तक इस वायरस के बस इन्हीं लक्षणों के बारे में पता है लेकिन हाल ही में एक रिसर्च के दौरान इसके 7 नए लक्षण सामने आए हैं जिन्हें जानना बहुत जरूरी है।
यह है कोरोना के 7 नए लक्षण
1. गले में खराश होना
2. दस्त लगना
3. सिरदर्द
4. मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में दर्द
5. आंख आना
6. त्वचा पर लाल चकत्ते
7. हाथ या पैर की उंगलियों पर दाने या फफोले होना
शरीर में दिखें ये लक्षण तो न करें इग्नोर
वहीं अगर आपको लगातार खांसी हो रही है और वह रूक नहीं रही है तो आपको बिना देरी किए अपना टेस्ट करवाना चाहिए। वहीं अगर आपको बुखार हो रहा है और बुखार एक हफ्ते से ऊपर चला गया है तो भी आप अपना टेस्ट जरूर करवाएं।
बदलते मौसम में रखें ज्यादा ख्याल
देखा जाए तो कोरोना के नए लक्षण सर्दी, जुकाम के लक्षणों से मिलते जुलते हैं। और आजकल मौसम भी ऐसा है कि हर किसी को जुकाम व खांसी हो रही हैं इसलिए अगर आपके शरीर में ऐसे लक्षण दिख रहे हैं तो आप जल्द ही डॉक्टर से संपर्क करें। ताकि वायरस ज्यादा फैले न।
वैक्सीन लगाने में आ रही गिरावट
कोरोना का कहर अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है लेकिन लोग अब इस वायरस को लेकर बिल्कुल भी सीरियस नहीं है। आप आज कहीं भी बाहर चले जाइए तो आपको बहुत कम व्यक्ति ऐसा मिलेंगे जिसने मास्क पहना होगा। वहीं देश में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है लेकिन अब इसमें भी गिरावट सामने आ रही है।
टीका लगवाने से मुंह फेर रहे लोग
देखा जाए तो अभी तक वैक्सीन का कोई साइड इफैक्ट सामने नहीं आया है लेकिन इसके बावजूद भी लोग टीका लगवाने से कतरा रहे हैं। हाल ही में चंडीगढ़ में कुछ ऐसा ही देखा गया जहां पर स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स वैक्सीन लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं और अगर वह ही पीछे हट जाएंगे तो आम लोगों में वैक्सीन लगने का साहस कैसे आएगा।
लोगों को टीके पर नहीं हो रहा विश्वास
कोरोना वैक्सीनेशन में भारत चाहे सबसे आगे है लेकिन फिर भी टीकाकरण की प्रतिशत कम है। इससे यह साफ पता चलता है कि कोरोना की वैक्सीन पर आम लोगों का अभी भी विश्वास नहीं बन पा रहा है। लेकिन आपको आज भी सर्तक रहने की जरूरत है क्योंकि इसके रोज ही नए-नए लक्षण सामने आ रहे हैं।