तांबे के बर्तन में पानी पीना या भोजन करना काफी फायदेमंद माना जाता है। पुराने समय में भी लोग तांबे के बर्तनों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं शायद इसलिए वो जल्दी बीमारियों की चपेट में नहीं आते हैं। भले ही तांबे के बर्तन में भोजन करना फायदेमंद हो लेकिन कुछ ऐसी चीजें भी है, जिन्हें इन बर्तनों में खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है।
चलिए आज हम आपको तांबे के बर्तनों से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताते हैं, जो आपको पता होनी चाहिए।
क्यों फायदेमंद है तांबे के बर्तन?
तांबे में स्टरलाइजिंग गुण होते हैं। जब भी तांबे के संपर्क में पानी या कोई खाने वाली चीज आती है तो उसमें मौजूद कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। यही कारण है कि इसमें खाने या पानी पीने से गठिया और कैंसर जैसी कई बीमारियों का खतरा टल जाता है।
तांबे के बर्तन में पानी पीना सबसे फायदेमंद
पानी के साथ तांबा रासायनिक प्रतिक्रिया करता है, जिससे इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लामेंटरी और कैंसररोधी प्रॉपर्टीज पैदा होती हैं। यही कारण है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना से कई बीमारियां दूर रहती है।
पानी को करता है फिल्टर
आज के समय में ज्यादातर समस्याएं दूषित पानी पीने से होती है लेकिन तांबे के स्टरलाइजिंग गुण पानी को शुद्ध करने का कारम करते हैं। ऐसे में रोजाना तांबे के बर्तन का पानी से आप इंफैक्शन के खतरे से बचे रहते हैं।
तांबे के बर्तन में पानी पीने के फायदे
-इसमें ऐसे तत्व पाएं जाते है। जो कि मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देता है। जिसके कारण आपका आसानी से फैट बर्न हो जाता हैं।
-तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से थायरोक्सिन हार्मोन नियत्रिंत रहता है, जो थायराइड में फायदेमंद है।
- रोजाना इसमें खाना खाने और पानी पीने से दिमाग तेज होता है और याददाश्त कमजोर भी नहीं होती।
- यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे दिल हैल्दी रहता है।
- रात के वक्त तांबे के बर्तन में पानी रखकर सुबह पीने से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है।
- यह खाने से आयरन को आसानी से सोख लेता है, जो एनीमिया से निपटने के लिए बेहद जरूरी है।
- इसमें कैंसर विरोधी तत्व मौजूद होते है। साथ ही शरीर की अंदरूनी सफाई के लिए तांबे का पानी कारगर होता है।
- इससे एंटी-एजिंग समस्याएं दूर रहती हैं और त्वचा साफ और चमकदार दिखाई देती है। साथ ही यह मुंहासों को भी दूर रखता है।
स्किन को करता है डिटॉक्सिफाई
आयुर्वेद के अनुसार माना जाता है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से आपके शरीर के विषैले पदार्थ निकल जाते हैं। मगर शरीर के साथ-साथ यह त्वचा को भी डिटॉक्सिफाई करता है। कम-से-कम पानी को तांबे के बर्तन में 8 घंटे के लिए रखें और सुबह खाली पेट पीएं।
इन चीजों को खाने से होगा नुकसान
जहां तांबे के बर्तन में खाना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है वहीं कुछ ऐसी फूड आइटम्स भी हैं, जिन्हें तांबे के बर्तन में खाने सेहत को नुकसान हो सकता है। सिट्रिक फूड्स, आचार, दहीं, नींबू का रस और छाछ आदि चीजों को तांबे के बर्तन में खाना-पीना नहीं चाहिए। दरअसल, इसमें पाए जाने वाला एसिड खट्टी चीजों के साथ गलत प्रतिक्रिया करते हैं, जिससे घबराहट, जी मचलाना आदि होने के साथ आप फूड पॉइजनिंग हो सकती है।
रखें पूरी सफाई
ध्यान रखें कि इसके अंदरूनी तले को अच्छी तरह साफ करें, नहीं तो इस पर कॉपर ऑक्साइड की परत (हरे रंग की) जमने लगेगी जो सेहत के नजरिए से सही नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि कॉपर ऑक्साइड की परत के कारण तांबे के साथ पानी का सीधा संपर्क नहीं हो पाता और इस कारण रासायनिक क्रिया नहीं हो पाती।
तांबे के बर्तन के यूज में सावधानियां
ज्यादातर घरों में तांबे के जग या गिलास का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन ध्यान यह रखें कि इसे कभी भी जमीन पर न रखें वरना आपको इसका कोई भी लाभ नहीं मिलेगा।