हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है। वैसे तो मां जल्दी किसी पर प्रसन्न नहीं होती लेकिन यदि वह भक्तों से प्रसन्न हो जाएं तो उन्हें मनचाहा आशीर्वाद जरुरी देती हैं। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए वास्तु शास्त्र में भी कुछ उपाय बताए गए है। कुछ लोग घर में मां लक्ष्मी की पूजा भी करवाते हैं। मां लक्ष्मी की पूजा के भी वास्तु शास्त्र में कुछ नियम बताए गए हैं तो आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में...
साफ-सुथरा रखें घर
जब भी आप अपने घर में मां लक्ष्मी की पूजा करवा रहे हैं तो पहले अच्छे से साफ-सफाई कर लें। क्योंकि मां लक्ष्मी साफ-सुथरा वातावरण ही पसंद करती हैं। साफ-सुथरी जगह पर ही मां निवास करती हैं और भक्तों को अपना आशीर्वाद देती हैं।
इस कोने में करें पूजा
पूजा करवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि पूजा की वेदी पूर्वोत्तर कोने पर हो। वहीं घर में रखी मूर्तियों का मुख पूर्व की ओर हो।
आरती का थाल करें तैयार
पूजा में इस्तेमाल होने वाला सारा जरुरी सामान जैसे घी से भरे दीए, ताजे फूल, अगरबत्ती, मिठाई, प्रसाद, घंटी और एक आरती की थाली तैयार कर लें।
ऐसी मूर्तियां करें इस्तेमाल
पूजा के लिए मिट्टी का या चांदी की मूर्ति का इस्तेमाल करें। इस तरह की मूर्ति पूजा में इस्तेमाल करनी शुभ मानी जाती है। कांच की मूर्तियां भूलकर भी पूजा में इस्तेमाल न करें।
इस समय करें पूजा
मां लक्ष्मी की पूजा प्रदोष काल में करनी आवश्यक मानी जाती है। यह सूर्यास्त के बाद और रात होने से पहले का समय है इस दौरान मां की पूजा करने से वह भक्तों से प्रसन्न होती हैं।
भगवान गणेश की करें पूजा
लक्ष्मी पूजा में सबसे पहले भगवान गणेश का सम्मान करें। क्योंकि भगवान गणेश विघ्नहर्ता और प्रथम पूजनीय माने जाते हैं। ऐसे में उनकी पूजा के बाद ही लक्ष्मी पूजन करें।
न चढ़ाएं तुलसी
मां लक्ष्मी की पूजा में भूलकर भी तुलसी के पत्ते न चढ़ाएं। क्योंकि वह भगवान विष्णु के लिए पवित्र मानी जाती है और मां लक्ष्मी के लिए उपयुक्त नहीं है।
मुख्य द्वार पर न रखें जूते चप्पल
यदि आपने घर में मां लक्ष्मी की पूजा रखी है तो मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल भूलकर भी न रखें। इससे मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
लोहे के बर्तन न करें इस्तेमाल
मां लक्ष्मी की पूजा में लोहे के बर्तन भी भूलकर इस्तेमाल नहीं करने चाहिए। इन बर्तनों का इस्तेमाल पूजा में करना अशुभ माना जाता है।