नारी डेस्क: विटामिन-सी, जिसे एस्कॉर्बिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है, एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है जो हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करने, कोलेजन के निर्माण और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। इसकी कमी से शरीर कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर सकता है, जिनमें थकान, संक्रमण का बार-बार होना, और स्किन की समस्याएं प्रमुख हैं। अगर आपको भी शरीर में कमजोरी, मसूड़ों से खून आना या जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण दिख रहे हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन-सी की कमी हो रही है।
विटामिन-सी की कमी के 7 प्रमुख लक्षण
लगातार थकान और कमजोरी
विटामिन-सी की कमी से शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होना एक सामान्य लक्षण है। यह कमी रोजाना के कामकाज को प्रभावित करती है और आपको सुस्ती महसूस होती है। अगर लगातार आपको थकान हो रही है, तो यह इस पोषक तत्व की कमी का संकेत हो सकता है।
बार-बार इंफेक्शन होना
विटामिन-सी आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर शरीर में इसकी कमी होती है, तो आप बार-बार इंफेक्शन और बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। बार-बार सर्दी, खांसी, या फ्लू का होना इस कमी का एक प्रमुख संकेत हो सकता है।
स्किन समस्याएं
हेल्दी स्किन के लिए कोलेजन का निर्माण आवश्यक है, जो विटामिन-सी की मदद से होता है। इसकी कमी से त्वचा में सूखापन, खुरदरापन और चमक की कमी हो सकती है। खासकर होठों और चेहरे के आसपास ड्राइनेस बढ़ जाती है, जो विटामिन-सी की कमी का संकेत हो सकता है।
मसूड़ों से खून आना
अगर आपके मसूड़ों से खून आता है या मसूड़ों में सूजन रहती है, तो यह भी विटामिन-सी की कमी का संकेत हो सकता है। मसूड़ों की सेहत बनाए रखने के लिए यह विटामिन बहुत आवश्यक है। इसकी कमी से मसूड़े कमजोर हो जाते हैं और समय के साथ दांत भी खराब हो सकते हैं।
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
विटामिन-सी की कमी से जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और अकड़न हो सकती है। यह कोलेजन के उत्पादन में मदद करता है, जो हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाए रखता है। अगर आपको जोड़ों में दर्द या मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह संकेत है कि आपके शरीर में विटामिन-सी की कमी हो रही है।
मूड स्विंग्स और मानसिक स्वास्थ्य
विटामिन-सी का सीधा संबंध आपके मानसिक स्वास्थ्य से भी होता है। इसकी कमी से मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन और अवसाद की भावना उत्पन्न हो सकती है। यह पोषक तत्व दिमागी स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और इसकी कमी से न्यूरोलॉजिकल फंक्शन प्रभावित हो सकता है।
चोटों से उभरने में समय लगना
विटामिन-सी की कमी से घाव भरने में अधिक समय लग सकता है। चोट लगने पर अगर स्किन जल्दी ठीक नहीं हो रही है या छोटी-छोटी चोटों से भी त्वचा पर नीले निशान पड़ रहे हैं, तो यह इस विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है।
विटामिन-सी की कमी से बचने के उपाय
1. विटामिन-सी की कमी को पूरा करने के लिए आप अपने खान-पान में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं
2. खट्टे फल संतरा, नींबू, कीवी और अंगूर जैसे खट्टे फलों में विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इन्हें अपनी डाइट में रोजाना शामिल करें।
3. हरी पत्तेदार सब्जियां और शिमला मिर्च शिमला मिर्च, ब्रोकली, और पालक जैसी सब्जियां भी विटामिन-सी से भरपूर होती हैं।
4. स्ट्रॉबेरी और अमरूद ये फल भी विटामिन-सी का अच्छा स्रोत होते हैं और नियमित सेवन से आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है।
5. विटामिन-सी सप्लीमेंट्स अगर आप फलों और सब्जियों से विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा नहीं ले पा रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह से विटामिन-सी की गोलियों का सेवन कर सकते हैं।
विटामिन-सी की कमी के ये लक्षण शुरुआत में मामूली लग सकते हैं, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर ये गंभीर समस्याओं में बदल सकते हैं। इसलिए अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो तुरंत अपने खान-पान में बदलाव करें और विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएं।