आज भी दुनियाभर में कुछ ऐसे कानून हैं जो महिलाओं को आजादी का अहसास होने नहीं देते। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जिसे सुनकर आपको हैरानी होगी। हम आपको बताने जा रहे है सऊदी अरब की महिलाओं पर लागू अजीब-अजीब पाबंदियों के बारे में...
- पति की इजाजत के बिना बैंक अकाउंट नहीं
यहां के किसी भी बैंक में पति की इजाजत के बिना महिलाओं के बैंक अकाउंट नहीं खोले जाते। अविवाहित महिलाओं के लिए तो इसकी मनाही ही है। इस पाबंदी के पीछे कट्टरपंथियों तर्क है कि अकेली महिला के पास पैसा होगा, तो वह गुनाह करेगी।
- पुरुष रिश्तेदार के बिना कहीं आ जा नहीं सकती
सऊदी अरब में महिला यदि घर से बाहर निकल रही है, तो उसके साथ एक पुरुष रिश्तेदार (मेहरम) का होना जरूरी है, वरना उसे हिरासत में ले लिया जाएगा। धार्मिक रिवाजों के अनुसार यदि महिला अकेले कहीं जाती है तो उसके बदचलन होने की संभावना रहती है।
- ड्राइविंग पर बैन
महिलाओं के कार चलाने पर बैन का कोई आधिकारिक कानून तो नहीं है लेकिन धार्मिक रिवाज महिलाओं को ड्राइविंग से रोकते हैं। माना जाता है कि ड्राइव करने वाली महिला सामाजिक मूल्यों की कद्र नहीं करती।
- वोट नहीं डाल सकती
दुनिया में शायद सऊदी अरब ही ऐसा देश है, जहां महिलाओं ने कभी वोट नहीं दिया है।
- स्विमिंग नहीं कर सकती
सऊदी अरब में महिलाओं के स्विमिंग करने पर भी पाबंदी है। इतना ही नहीं, वे पूल में नहाते पुरुषों की ओर देख भी नहीं सकतीं।
- शॉपिंग के दौरान कपड़ों का ट्रायल नहीं ले सकती
इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि धर्म उन्हें अपने घर से बाहर निर्वस्त्र होने की इजाजत नहीं देता, लेकिन पत्रिका 'वेनिटी फेयर' की पत्रकार मौरीन डॉड तर्क देती हैं कि ऐसा सिर्फ इसीलिए है क्योंकि ट्रायल रूम में महिला की नग्नता के बारे में सोचकर शॉपिंग स्टोर में मौजूद पुरुषों के लिए कंट्रोल रख पाना मुश्किल हो जाएगा।
- एडल्ट मैगजीन नहीं पढ़ सकतीं
धार्मिक रिवाजों के अनुसार इसमें छपी तस्वीरें इस्लामिक मान्यताओं के खिलाफ होती हैं, लेकिन पुरुषों के साथ ऐसी कोई बाध्यता नहीं है।
- बार्बी नहीं खरीद सकतीं
सऊदी अरब में बार्बी को यहूदी खिलौना बताकर उसके कपड़ों को गैर-इस्लामी करार दिया गया है।