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इंटरकोर्स के बाद पार्टनर को हो रहा है सिरदर्द तो ना लें मजाक में , समझें उनकी तकलीफ

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 19 Feb, 2025 11:44 AM
इंटरकोर्स के बाद पार्टनर को हो रहा है सिरदर्द तो ना लें मजाक में , समझें उनकी तकलीफ

नारी डेस्क: कई महिलाओं को शारीरिक संबंध के दौरान या उसके बाद सिरदर्द होने लगता है, जिसे अकसर नजरअंदाज कर दिया जाता है। पार्टनर भी मजाक समझकर इसे इग्नोर कर देते हैं, हालांकि वैज्ञानिक और हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक सेक्स से जुड़ा सिरदर्द एक आम या सामान्य समस्या नहीं है, बल्कि एक गंभीर मामला है। सामान्य परिस्थितियों में, आराम, तनाव प्रबंधन, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

 

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 दो रूपों में देखी जाती है ये समस्या

प्री-ऑर्गैस्मिक हेडेक

यह सेक्स के दौरान उत्तेजना बढ़ते समय होता है। इसमें धीरे-धीरे बढ़ता हुआ दर्द आमतौर पर कम तीव्र हो जाता है।

ऑर्गैस्मिक हेडेक

 यौन संबंध के तुरंत बाद ये होता है। इसमें अचानक और तीव्र सिरदर्द कुछ मिनटों से लेकर एक घंटे तक रह सकता है।


कई लोगों को है ये समस्या

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो दुनिया की एक फीसदी आबादी को सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान सिरदर्द (sex headache) होता है। सिर में तेज दर्द सबड्यूरल हेमेटोमा, ब्रेनहैमरेज, सर्वाइकल आर्टरी डिसेक्शन या स्ट्रोक के कारण भी हो सकता है। दर्द का सही पता लगाने के लिए न्यूरोलॉजिकल जांच करानी चाहिए। इसके बाद उचित उपचार लेना चाहिए। 'पुरुषों को महिलाओं की तुलना में यौन गतिविधियों से जुड़े सिर दर्द होने की संभावना 3 से 4 गुना अधिक होती है।

 

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सेक्स हेडेक के संभावित कारण

सेक्स के दौरान उत्तेजना और ऑर्गैस्म के समय रक्तचाप में तेज वृद्धि हो जाती है, जिससे मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में अस्थायी बदलाव हो सकता है। गर्दन, कंधे और सिर की मांसपेशियों में तनाव और खींचाव हो सकता है, जो सिरदर्द का कारण बनता है। सेक्स के दौरान हार्मोनल बदलाव भी सिरदर्द को प्रभावित कर सकते हैं।  कभी-कभी सेक्स हेडेक किसी गंभीर न्यूरोलॉजिकल या कार्डियोवैस्कुलर समस्या का संकेत भी हो सकता है, जैसे कि मस्तिष्क में रक्तस्राव या अन्य सिरदर्द संबंधी विकार।

 

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इलाज और रोकथाम

आराम करें और शांत वातावरण में बैठें।   यदि दर्द सामान्य होता है तो सामान्य दर्द निवारक दवाएं (जैसे पैरासिटामोल) काम आ सकती हैं। बार-बार सिरदर्द होने पर चिकित्सकीय सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है। डॉक्टर से परामर्श करके एमआरआई या सीटी स्कैन जैसी जांच करवा सकते हैं, ताकि किसी गंभीर समस्या का पता चल सके।

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