09 JANTHURSDAY2025 3:39:52 AM
health

सर्दियों में क्यों बढ़ जाती है विटामिन डी की कमी? जानें इसके शुरुआती लक्षण

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 08 Jan, 2025 10:13 AM
सर्दियों में क्यों बढ़ जाती है विटामिन डी की कमी? जानें इसके शुरुआती लक्षण

नारी डेस्क: विटामिन डी शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने, इम्यून सिस्टम को बेहतर करने और कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। लेकिन, भारत में करीब 76 प्रतिशत लोग विटामिन डी की कमी से पीड़ित हैं। इसकी प्रमुख वजह पर्याप्त धूप न लेना या डाइट में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। सर्दियों में यह समस्या और बढ़ जाती है क्योंकि इस दौरान लोग कम धूप में रहते हैं। आइए जानते हैं विटामिन डी की कमी के लक्षण और इसे पहचानने के तरीके।

विटामिन डी की कमी के 6 प्रमुख लक्षण

थकान और कमजोरी महसूस होना

अगर आप रातभर गहरी और पर्याप्त नींद लेने के बावजूद हर समय थका-थका महसूस करते हैं, तो यह विटामिन डी की कमी का प्रमुख संकेत हो सकता है। विटामिन डी आपके ऊर्जा स्तर को बनाए रखने और शरीर के मेटाबॉलिज्म को सुचारू रखने में मदद करता है। इसकी कमी से शरीर थकावट महसूस करने लगता है और नींद-जागने का चक्र भी गड़बड़ा सकता है। यह लंबे समय तक शारीरिक और मानसिक प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है, जिससे आप दिनभर सुस्ती और कमज़ोरी का अनुभव कर सकते हैं।

PunjabKesari

मूड में बदलाव और डिप्रेशन

विटामिन डी सेरोटोनिन नामक हार्मोन के उत्पादन से सीधा जुड़ा होता है, जो आपके मूड को स्थिर और बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। इसकी कमी से न सिर्फ सेरोटोनिन का स्तर कम होता है, बल्कि डिप्रेशन, तनाव और चिंता जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। इसके अलावा, आप खुद को अधिक चिड़चिड़ा और अनमना महसूस कर सकते हैं। लंबे समय तक विटामिन डी की कमी मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है।

ये भी पढ़ें: इम्यूनिटी से लेकर लकवा तक, बड़ी बीमारियों को दूर कर सकता है एक चम्मच शहद!

हड्डियों में दर्द और कमजोरी

विटामिन डी शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी है। जब शरीर को पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिलता, तो कैल्शियम का स्तर भी कम हो जाता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। यह हड्डियों में दर्द, सूजन और जकड़न का कारण बन सकता है। लंबे समय तक इसकी कमी से रिकेट्स (बच्चों में) और ऑस्टियोपोरोसिस (बड़ों में) जैसी गंभीर हड्डी संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।

PunjabKesari

बालों का झड़ना

बालों का असामान्य रूप से झड़ना विटामिन डी की कमी का एक और सामान्य लक्षण है। यह विटामिन बालों के रोमों (hair follicles) को पोषण देता है और उनकी ग्रोथ में मदद करता है। जब विटामिन डी की कमी होती है, तो बाल कमजोर हो जाते हैं, पतले होने लगते हैं और अधिक मात्रा में झड़ने लगते हैं। इसकी कमी लंबे समय में बालों के पतलेपन और गंजेपन की समस्या भी बढ़ा सकती है।

घाव ठीक होने में देरी

अगर आपके शरीर पर छोटे-छोटे घाव भी सामान्य समय से ज्यादा देर में ठीक हो रहे हैं, तो यह संकेत है कि आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है। यह विटामिन घाव को जल्दी भरने और त्वचा की मरम्मत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन डी की कमी के कारण संक्रमण से लड़ने की शरीर की क्षमता भी कमजोर हो जाती है, जिससे घाव भरने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।

मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी

मांसपेशियों में ऐंठन, कमजोरी या बार-बार खिंचाव महसूस होना विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। विटामिन डी मांसपेशियों को कैल्शियम पहुंचाने में मदद करता है, जो उनकी ताकत और लचीलापन बनाए रखने के लिए जरूरी है। इसकी कमी के कारण मांसपेशियों में थकान, ऐंठन और बार-बार दर्द होने लगता है। यह समस्या लंबे समय तक बनी रहने पर शारीरिक गतिविधियों पर भी असर डाल सकती है।

PunjabKesari

विटामिन डी की कमी क्यों होती है?

1. धूप न लेना

विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत सूरज की रोशनी है। जो लोग ऑफिस या घर में लंबे समय तक रहते हैं और बाहर कम जाते हैं, उनके शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी नहीं मिल पाता। खासकर सर्दियों के मौसम में, जब धूप कम होती है, इसकी कमी और बढ़ जाती है।

2. खानपान की कमी

अगर आपकी डाइट में विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मछली, दूध, अंडे, मशरूम और फोर्टिफाइड अनाज शामिल नहीं हैं, तो आपके शरीर को इसकी पर्याप्त मात्रा नहीं मिलती। जंक फूड और असंतुलित डाइट भी इसकी कमी का कारण बन सकती है।

PunjabKesari

3. बढ़ती उम्र

जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर विटामिन डी को अवशोषित करने की क्षमता खोने लगता है। 50 साल से अधिक उम्र के लोग, खासकर जो धूप में कम समय बिताते हैं, उन्हें विटामिन डी की कमी का खतरा अधिक होता है। बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं, जिससे विटामिन डी की आवश्यकता और बढ़ जाती है।

4. त्वचा का रंग और जीवनशैली

गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में मेलेनिन की अधिकता होती है, जो विटामिन डी के उत्पादन को धीमा कर देती है। इसके अलावा, लगातार सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना और बाहरी गतिविधियों से बचना भी इसकी कमी का कारण बन सकता है।

5. कुछ बीमारियां और दवाइयां

किडनी या लिवर की समस्याएं, मोटापा, या कुछ विशेष दवाइयां (जैसे स्टेरॉयड) विटामिन डी के अवशोषण को प्रभावित कर सकती हैं। इससे शरीर को इस आवश्यक विटामिन की पर्याप्त मात्रा नहीं मिल पाती।

PunjabKesari

विटामिन डी की कमी दूर करने के उपाय

धूप लें: सुबह 8 से 10 बजे के बीच कम से कम 15-20 मिनट धूप में बैठें।

सप्लीमेंट्स लें: डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी सप्लीमेंट्स लेना शुरू करें।

डाइट सुधारें: मछली, अंडे, दूध और विटामिन डी युक्त फोर्टिफाइड अनाज को डाइट में शामिल करें।

शारीरिक गतिविधि करें: नियमित रूप से व्यायाम करें, इससे हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत रहती हैं।

ध्यान दें

विटामिन डी की कमी को हल्के में न लें। अगर आप इन लक्षणों को महसूस कर रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करें और विटामिन डी का स्तर जांचवाएं। समय पर कदम उठाने से आप हड्डियों, मांसपेशियों और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से बच सकते हैं।
 

 

Related News