नारी डेस्क: शहद एक प्राकृतिक और प्राचीन टॉनिक है, जो न केवल स्वाद में मीठा होता है, बल्कि हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। शहद में खास गुण होते हैं, जो शरीर को ताकत देते हैं और सर्दियों में होने वाली खांसी, जुकाम, दमा जैसे रोगों से बचाते हैं। यह शरीर में अन्य दवाइयों के प्रभाव को भी बढ़ा देता है, जिससे हम जल्दी ठीक हो सकते हैं। शहद का सेवन सेहत के लिए एक आसान और प्राकृतिक तरीका है। इसलिए, शहद का सेवन हमारे शरीर के लिए एक प्राकृतिक इलाज है, जो हमें स्वस्थ रखने के साथ-साथ हमें कई रोगों से बचाता है।
गले की खराश और खांसी-जुकाम में शहद का उपयोग
सर्दियों में खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं, जिनमें शहद का उपयोग बहुत फायदेमंद होता है। शहद में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की खराश और खांसी को ठीक करने में मदद करते हैं। गले की खराश और खांसी के लिए आधे कप गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से राहत मिलती है। इसके अलावा, अदरक के रस के साथ शहद का सेवन करने से भी खांसी में आराम मिलता है। शहद को हल्दी, दालचीनी या सितोपलादि चूर्ण के साथ चाटने से गले की खराश और जुकाम में काफी राहत मिलती है।
दमा और सांस संबंधी रोगों में शहद का लाभ
सर्दियों में वातावरण में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है और कोहरा बढ़ जाता है, जिससे दमा और सांस संबंधी रोगियों को कठिनाई होती है। शहद का सेवन इस समस्या में भी लाभकारी होता है। दमा और श्वास रोगों में राहत पाने के लिए शहद के साथ अदरक का रस और तुलसी के पत्तों का रस मिलाकर सेवन किया जाता है। यह मिश्रण श्वास रोगों में राहत देने के साथ-साथ दमा के रोगियों को भी फायदा पहुंचाता है। इसके अतिरिक्त, शहद में पीपली चूर्ण और काकड़ा सिंगी चूर्ण मिलाकर सेवन करने से श्वास रोगियों को राहत मिलती है।
हृदय रोगियों में शहद का उपयोग
हृदय रोगों में शहद का सेवन लाभकारी माना जाता है। हृदय रोगियों के लिए शहद और अन्य औषधियों का मिश्रण सेवन करने से लाभ होता है। शहद के साथ पान पत्र स्वरस, अदरक स्वरस, तुलसी पत्र स्वरस, और लहसुन पेस्ट मिलाकर सेवन करने से हृदय रोगों में फायदा होता है। इसके अलावा, बृहत् वातचिंता मणिरस को शहद के साथ लेने से भी हृदय रोगों में राहत मिलती है। शहद हृदय की कार्यप्रणाली को सुधारता है और रक्त संचार को बेहतर करता है।
लकवा (पक्षाघात) में शहद का उपयोग
लकवा या पक्षाघात एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो नसों और मस्तिष्क को प्रभावित करती है। शहद लकवा के इलाज में सहायक हो सकता है। दशमूल क्वाथ और शहद का मिश्रण लकवे के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह मिश्रण वायु का शमन करता है और नसों और नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाता है। योगेंद्र रस की गोली शहद के साथ सेवन करने से लकवे में आराम मिलता है। शहद शरीर के तंत्रिका तंत्र को बेहतर करता है, जिससे लकवे के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
शहद के अन्य फायदे
शहद के अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखते हैं। शहद पाचन क्रिया को सुधारता है और पेट से संबंधित समस्याओं जैसे गैस, जलन और एसिडिटी को दूर करता है। इसके अलावा, शहद त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। यह त्वचा को मॉइश्चराइज करता है और झाइयों को कम करने में मदद करता है। शहद और नींबू का मिश्रण चेहरे पर लगाने से त्वचा में निखार आता है और उसे चमकदार बनाता है। शहद इम्युनिटी को भी बढ़ाता है, जिससे शरीर को सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसी समस्याओं से बचाव मिलता है। यह शरीर को ताकत प्रदान करता है और थकान को दूर करता है।
शहद खाने का तरीका (How to take honey)
गर्म पानी के साथ
शहद को गर्म पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट पीना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह पाचन तंत्र को सुधारता है, शरीर में डिटॉक्सिफिकेशन करता है और दिनभर ऊर्जा प्रदान करता है। सुबह के समय यह शरीर में एक ताजगी और नई ऊर्जा का संचार करता है।
नींबू के साथ
शहद और नींबू का मिश्रण एक बेहतरीन उपाय है, खासकर वजन कम करने के लिए। एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा नींबू का रस मिलाकर पीने से शरीर में हाइड्रेशन बनाए रखने के साथ-साथ ताजगी मिलती है। यह शरीर में खून की सफाई भी करता है।
दूध के साथ
दूध में शहद मिलाकर सेवन करना बच्चों और बड़ों के लिए फायदेमंद होता है। यह शरीर को आराम देने, नींद की गुणवत्ता सुधारने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। खासकर रात को सोने से पहले यह मिश्रण बहुत लाभकारी होता है।
अदरक के साथ
सर्दियों में शहद को अदरक के साथ मिलाकर सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। अदरक और शहद का संयोजन खांसी, जुकाम और गले की खराश को दूर करने में मदद करता है। इसके लिए एक चम्मच शहद और अदरक का रस मिलाकर चाटने से राहत मिलती है।
चाय में शहद
चाय में चीनी की जगह शहद का प्रयोग करना सेहत के लिए बेहतर होता है। यह न केवल स्वाद को बढ़ाता है बल्कि शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करता है। हर्बल चाय में शहद डालकर पीने से मानसिक तनाव कम होता है और शरीर में ताजगी बनी रहती है।
फल के साथ
फलों पर शहद डालकर सेवन करना एक स्वादिष्ट और सेहतमंद तरीका है। खासकर कटे हुए फल जैसे केला, सेब या पपीता पर शहद डालकर सेवन करने से शरीर को जरूरी पोषण मिलता है और यह पाचन में भी मदद करता है।
खाना खाने से पहले
शहद को खाना खाने से पहले चम्मच भर लेना, विशेषकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनका पाचन कमजोर है। यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और भोजन के बाद अपच, गैस या कब्ज की समस्या को दूर करता है।
शहद एक प्राकृतिक औषधि है, जो न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। आयुर्वेद में शहद का उपयोग कई प्रकार के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है, जैसे गले की खराश, खांसी, दमा, हृदय रोग, लकवा आदि। शहद का नियमित सेवन शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ विभिन्न रोगों से लड़ने की क्षमता भी प्रदान करता है। इसका सेवन उचित मात्रा में किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित हो सकता है।