चुलबुली-खूबसूरत एक्ट्रेस यामी गौतम एक बार फिर लाइमलाइट में हैं लेकिन अपने खतरनाक अवतार को लेकर। दरअसल, ये खतरनाक लुक उनकी आने वाली फिल्म 'अ थर्सडे' से जिसके टीजर ने ही लोगों की उत्सुकता बढ़ा दी है। लंबे इंतजार के बाद यामी के इस नए रूप नए एक्शन से लोग सच में इंप्रैस हो गए हैं वैसे यामी को हर बार अपनी जबरदस्त स्टाइल से लोगों को अट्रैक्ट करती आई हैं।
इससे पहले यामी के ब्राइडल लुक ने भी सबको खूब इंप्रैस किया था। सिंपल सॉबर एकदम पारंपरिक तरीके से शादी करना और अपनी शादी पर मां की पुरानी साड़ी व ट्रडीशनल पुश्तैनी गहने पहनकर याी ने हर किसी का दिल जीत लिया था। इसी के साथ यामी ने अपनी शादी में एक और खास चीज पहनी थी जिस पर लोगों को ध्यान गया था अगर आपका ध्यान भी उस चीज पर पड़ा था तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं तो चलिए आपको बताते हैं वो क्या खास चीज थी जिसे यामी शादी के बाद भी काफी समय तक पहनती रही थीं।
भारत में बहुत से धर्मों के लोग रहते हैं इससलिए तो यहा खान-पान, पहनावे, रीति-रिवाज और ट्रडीशनल परिधान और अपनी अलग संस्कृतियों की झलक दिखती है। एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचते पहुंचते भाषा, रीति-रिवाज बदल जाते हैं। कहीं पर बिना सेहरे के दूल्हा घर से नहीं निकल सकता तो कही दुल्हन आंखे बंद करके या पत्तों से चेहरा छिपाए मंडप में प्रवेश करती हैं। उसी तरह यामी ने भी अपने कल्चर को दिखाया था।
यामी गौतम ने खास पहचान रखने वाले कश्मीरी ईयररिंग पहने थे जिसे देजिहोर कहते हैं। देजिहोर को कश्मीरी औरतों की सुहाग की निशानी माना जाता है। दरअसल उन्होंने उरी फिल्म के निर्देशक आदित्य धर से शादी की है जो मूल रूप से कश्मीर से ही हैं। इसलिए उन्होंने शादीशुदा कश्मीरी औरतों के खास पहचान रखने वाले देजिहोर पहने थे जो झुमकों की तरह होते हैं और कान के ऊपरी भाग से कंधे तक लटकते रहते हैं।
कहा जाता है कि देजिहोर हर कश्मीरी पंडित महिला के विवाह का प्रतीक होता है। माना जाता है कि महान कश्मीरी आचार्य इसकी बनावट रच गये थे ताकि विवाहिताओं में दैवी शक्ति समा सके।
सिर्फ यामी नहीं बॉलीवुड की बहुत सी हसीनाओं ने अपनी शादी अपने वेडिंग लुक कल्चर की खास झलक दिखाई।
ऐश्वर्या राय बच्चन और शिल्पा शैट्टी
ऐश्वर्या और शिल्पा दोनों ही मैंगलुरू के तुलु भाषी परिवारों से जुड़ी हुई हैं। दोनों एकदम परफेक्ट साउथ इंडियन लुक में दुल्हन बनी थी। सिर पर मांग टीका और माथा पट्टी दोनों को जोड़कर उनका गहना बनाया गया था जो साउथ की ब्राइड्स जरूर पहनती हैं। ऐश्वर्या तो साड़ी से लेकर बालों के हेयरस्टाइल तक गहनों से लदी थी। उन्होंने अपनी दोस्त और इंडिया की फेमस कॉस्ट्यूम एंड फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला की डिजाइन की ऑथेंटिक कांजीवरम साड़ी पहनी थी। जिस पर सोने के धागों के वर्क किया गया था। साड़ी और ब्लाउज पर स्वारोस्की क्रिस्टल लगे थे। 22 कैरट गोल्ड के गहनों से लदी ऐशवर्या ने हेयरपींस भी सोने की लगाई थी।
जेनेलिया डिसूजा और काजोल देवगन
वैसे तो काजोल बंगाली परिवार से हैं लेकिन शादी पर उन्होंने महाराषट्रयन रीति-रिवाज फॉलो किया था। जेनेलिया और काजोल दोनों ही मराठी दुल्हन बनी थी और मराठी दुल्हन ने माथे पर मोटे धागों व मोतियों से बना मुंडावल्या पहना होता है। दोनों ने यह गहना पहना था। इसी के साथ जेनेलिआ और काजोल ने मराठी नथ भी पहनी थी जिसे ब्राह्माणी नथ भी कहा जाता है।
बिपाशा बसु और मौनी रॉय
बिपाशा बंगाल से हैं इसलिए वह बंगाली ब्राइडल बनी थी। बिपाशा ने अपनी शादी में बंगाली दुल्हनों की ही तरह व्हाइट मुकुट और शंख से बने सफेद और कोरल से बने लाल रंग के कंगन पहने थे। जिन्हें शंखपोला कहा जाता है। मौनी रॉय भी बंगाली हैं उन्होंने दो रीति-रिवाज में शादी की एक साऊथ इंडियन तो दूसरी बंगाली। शंखपोला कहे जाने वाले कंगन मौनी के हाथों में भी थे। बंगाली ब्राइडल मुकुट भी पहनी हैं और पत्तो से चेहरा ढके भी आती है।
ईशा देओल
ईशा देओल भी साउथ इंडियन हैं और वो भी साउथ इंडियन ब्राइड बनी थीं। उन्होंने तमिल दुल्हनों द्वारा पहना जाने वाला टेम्पल जूलरी पहना था। ईशा की मां और मशहूर एक्ट्रेस हेमा मालिनी मूल रूप से तमिलनाडु की हैं और यही वजह है कि ईशा ने अपनी शादी में पारंपरिक अंदाज में टेम्पल डिजाइन के सिर्फ गोल्ड के गहने पहने थे।
सोहा अली खान, दीया मिर्ज़ा और करीना कपूर खान
हर मुस्लिम औरत की तरह सोहा और दिया मिर्जा ने पासा पहना था जिसे झूमर भी कहते हैं। दीया मिर्जा ने भी अपनी पहली शादी में पासा पहना था। दोनों ने ही अपने लुक को कंप्लीट करने के लिए मांगटीका के साथ पासा पहना था। हालांकि करीना कपूर खान मुस्लिम तो नहीं लेकिन सैफ मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखते हैं इसलिए करीना ने पारंपरिक शरारा सूट पहना और साइड पासा लगाया था।
करीना कपूर खान ने अपनी सास के उसी पारंपरिक जोड़े को पहना था, जिसे शर्मीला टैगोर ने अपनी शादी के समय पहना था। रस्ट ऑरेंज रंग के इस ऑउटफिट को बनाने में 6 महीने लगे थे जिसे बाद में एक बार फिर से मनीष मल्होत्रा ने रिडिजाइन किया था। इस सेट में कशीदाकारी कुर्ता था, जिसके साथ गोल्ड एम्ब्रोडरी वाला मैचिंग का दुपट्टा और मिंट ग्रीन हेमलाइन वाला शरारा था, जो रिच एंड हेवी होने के साथ-साथ खूबसूरत कढ़ाई के साथ था।
दीपिका पादुकोण
दीपिका पादुकोण भी साउथ इंडियन दुल्हन बनी थी और उन्होंने अपनी शादी पर पारंपरिक कांजीवरम साड़ी ही पहनी थी। जिसे तैयार करने में लगभग 45 दिन का समय लगा था। इस खूबसूरत साड़ी पर 'गंडभेरुंड' छाप वाली कढ़ाई की थी, जिसके लिए असली सोने के तारों का इस्तेमाल किया था। बता दें कि गंडभेरुंड दो सिर वाला पौराणिक पक्षी है, जिसका जिक्र भारतीय पौराणिक कथाओं में भी किया गया है। तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में औरतें , शादी में और दूसरे सभी खास मौकों पर कांजीवरम साड़ी ही पहनती हैं। ये साड़ियां पारंपरिक रूप से तमिलनाडु के कांचीपुरम क्षेत्र में ही बनाई जाती हैं। इसी के साथ उन्होंने माथा पट्टी और मांग टीके अटैच गहना पहना था।
तो देखा आपने कैसे इन हीरोइनों ने अपनी ब्राइडल लुक के जरिए अपनी परंपरा और कल्चर को दर्शाया।