भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत की बागडोर अब महिलाओं के हाथ में आ सकती है। नई अग्निपथ भर्ती योजना के तहत भारतीय नौसेना (नेवी) में शामिल होने जा रही महिला नाविकों को युद्धपोत की जिम्मेदारी सौंपने पर विचार किया जा रहा है। इन महिला नाविकों को प्रशिक्षण पूरा होने पर युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा।
नौसेना के पास है 30 महिला अधिकारी
खबरों की मानें तो नौसेना अगले महीने स्वतंत्रता दिवस के आसपास विक्रांत को नियुक्त करने के लिए तैयार है। घातक हथियारों से लैस इस युद्धपोत के आते ही हिंद महासागर में भारत की ताकत में कई गुना बढ़ोतरी हो जाएगी। भारतीय नौसेना के पास वर्तमान में अलग-अलग जहाजों (INS) पर नौकायन करने वाली 30 महिला अधिकारी हैं। अब विक्रांत की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथ में सौंपना देश के लिए गर्व की बात है।
महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जाेर दे रही नौसेना
पिछले कुछ समय से नौसेना महिला अधिकारियों को अपने पुरुष समकक्षों के साथ बोर्ड युद्धपोतों पर सेवा करने के अधिक अवसर दे रही है, इससे पहले हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के व्यापक विस्तार में काम कर रहे फ्रंट-लाइन जहाजों की जिम्मेदारी भी महिलाओं को सौंपी गई है। भारतीय नौसेना ने महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से अग्निपथ योजना को लेकर अहम घोषणा की थी।
20 फीसदी महिला कैंडिटेट्स की होगी भर्ती
इस घोषणा में कहा गया था कि अग्निपथ योजना के तहत नौसेना में भर्ती होने वाले अग्निवीरों में 20 फीसदी महिला कैंडिटेट्स की भर्ती की जाएगी। नौसेना में भर्ती के लिए चयनित महिला कैंडिडेट्स अग्निवीर के पहले बैच में शामिल होंगी। बाद में इन महिलाओं को नौसेना के अलग-अलग विभागों में तैनात किया जाएगा।
ये है अग्निपथ योजना
अग्निपथ भर्ती योजना के तहत कुछ दिनों के ही अंदर करीब 10,000 महिलाओं ने खुद को इसके लिए रजिस्टर कराया है। भारतीय नौसेना पहली बार महिलाओं को सेना में सेलर के रूप में भर्ती करने की अनुमति दे रहा है। अग्निपथ योजना में भर्ती के लिए युवाओं की आयु 17 साल 6 महीने से 21 महीने के बीच होनी जरूरी होगी। युवाओं को ट्रेनिंग पीरियड समेत कुल 4 साल के लिए आर्म्ड सर्विसेज में सेवा का मौका मिलेगा, सेना के तय नियमानुसार ही भर्ती होगी।
भारतीय सशस्त्र बलों में इतनी है महिलाओं की संख्या
भारतीय सशस्त्र बलों में लगभग 70,000-मजबूत अधिकारी संवर्ग में महिलाओं की संख्या सिर्फ 3,904 (सेना 1,705, IAF 1,640 और नौसेना 559) है, जबकि 9,000 से अधिक अधिकारियों की कमी है। सेना द्वारा पहली बार 2019-2020 में ‘अन्य रैंकों’ में महिलाओं की भर्ती शुरू करने के बाद, अब सैन्य पुलिस कोर (सीएमपी) में 100 महिला जवान भी हैं।