डायबिटीज मरीजों को खान-पान के साथ ब्लड शुगर लेवल पर भी ध्यान देना चाहिए। अगर ब्लड शुगर लेवल कम हो जाए तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। जरूरत से ज्यादा शुगर लेवल कम होने को मेडिकल भाषा में हाइपोग्लाइसेमिया भी कहा जाता है, जो काफी खतरनाक स्थिति हो सकती है। इसके कारण शरीर में जरूरत अनुसार इंसुलिन नहीं बन पाता। अगर समय पर व्यक्ति का इलाज ना किया जाए तो जान जाने का खतरा भी रहता है।
कितना होना चाहिए शुगर लेवल?
एक्सपर्ट की मानें तो ब्लड ग्लूकोज लेवल 60 मि.ग्रा./ डीएल या उससे कम होने को हाइपोग्लाइसेमिया कहा जाता है। भोजन से पहले स्वस्थ व्यक्ति का शुगर लेवल 100 mg/dl से कम होना चाहिए जबकि डायबिटिक पेशेंट का शुगर लेवल 80-130 mg/dl तक होना चाहिए। भोजन के 1-2 घंटे बाद स्वस्थ व्यक्ति का शुगर लेवल 140 mg/dl से कम तो डायबिटिक पेशेंट का 180 mg/dl से कम होना चाहिए।
ब्लड शुगर लेवल कम होने के संकेत
. शरीर में कंपन
. अधिक भूख लगना
. ज्यादा थकान महसूस होना
. भ्रम, चक्कर आना या बेहोशी
. धड़कनें तेज होना
. बोलने में परेशानी
. सिरदर्द व चिड़चिड़ापन
. पीली त्वचा, पसीना
अगर समस्या बढ़ जाए तो मरीज को दौरे भी पड़ सकते हैं या व्यक्ति कोमा में जा सकता है।
चलिए अब आपको बताते हैं कि ब्लड शुगर लेवल कम होने पर व्यक्ति को क्या करना चाहिए
मीठा खाएं
ब्लड शुगर लेवल कम होने पर मिठाई, चॉकलेट, बेकरी उत्पाद न खाएं। इसकी बजाए 3 चम्मच चीनी, गुड़ या ग्लूकोज पाउडर लें और 15 मिनट बार दोबारा शुगर चेक करें। अगर शुगर लेवल सामान्य ना हो तो तुरंत चेकअप करवाएं।
फल खिलाएं
अगर शुगर लेवल कम हो जाए तो मरीज को तुरंत किशमिश, अनानास, अंगूर, केला, नींबू/नारंगी कैंडीज खाने के लिए दें। इससे शुगर लेवल सामान्य हो जाएगा।
कार्ब्स वाली चीजें दें
शुगर लेवल बहुत कम हो जाए तो मरीज को कार्ब्स वाली चीजें खिलाएं। अगर आप डायबिटीज के मरीज है तो हमेशा अपने पास हाई कार्बोहाइड्रेट से भरपूर स्नैक्स जैसे कुकीज, सूखे मेवे, फलों रखें।
ओआरएस का घोल
ओआरएस का घोल पानी के साथ लें या एक मीठा कप दूध पी लें। इसके अलावा एक चम्मच शहद खाने पर भी शुगर लेवल सामान्य हो जाएगा।