सुखी और खुशहाल जीवन के लिए इंसान कड़ी मेहनत करता है। लेकिन उसके बावजूद भी कई बार समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जीवन में कई तरह के उतार चढ़ाव देखने पड़ते हैं। इन सब समस्याओं का कारण आपके घर का वास्तु दोष भी हो सकता है। वास्तु शास्त्र में खिड़कियां, दरवाजे और पर्दों का बहुत ही महत्व होता है। मान्यताओं के अनुसार, यदि घर में लगे पर्दों का रंग सही न हो तो आपको करियर संबंधी परेशानियां और नेगेटिविटी का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं ऐसे कुछ वास्तु टिप्स...
पैसे संबंधी समस्या के लिए
यदि आपके जीवन में पैसे से संबंधी समस्याएं आ रही हैं तो आप उत्तर दिशा में नीले रंग का पर्दा लगाएं। कारोबार में आ रही ससम्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप घर की पूर्वी दिशा में हरे रंग का पर्दा लगाएं। कड़ी मेहनत करने के बाद यदि आपको कार्य में सफलता नहीं मिल पा रही तो आप घर की पश्चिम दिशा में सफेद रंग का पर्दा लगाएं
पूजा घर
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, पूजा घर में पीले रंग के पर्दे लगाना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस रंग के पर्दे से घर में मौजूद सदस्यों का मन भक्ति और पूजा पाठ में लगता है। वास्तु शास्त्र में पीले रंग को ज्ञान, तपस्या और धैर्य का प्रतीक माना जाता है।
बेडरुम
आप अपने बेडरुम में नारंगी, गुलाबी और नीले रंग के पर्दे लगा सकते हैं। माना जाता है कि इससे आपका संबंध मजबूत होते हैं। पति-पत्नी के रिश्तों में भी मिठास आती है। लेकिन बेडरुम में कभी भी लाल रंग के पर्दे नहीं लगाने चाहिए। इससे पति-पत्नी में तनाव बढ़ सकता है।
उत्तर दिशा
घर की उत्तर दिशा में नीले रंग के पर्दे लगाना शुभ माना जाता है। मान्याताओं के अनुसार, इससे घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। इसके अलावा पारिवारिक कलेश भी दूर होता है। नीले रंग के पर्दे आप बेडरुम, लिविंग रुम और स्टडी रुम में भी लगा सकते हैं।
दिशा के अनुसार पर्दे
वास्तु शास्त्र में दिशाओं का भी खास महत्व होता है। इसलिए आपको किसी भी दिशा में पर्दे लगाने से पहले खास ध्यान रखना चाहिए। पूर्व दिशा में हल्के हरे रंग या फिर मिंट ग्रीन कलर के पर्दे लगा सकते हैं। इस रंग के पर्दे घर में लगाना शुभ माना जाता है। इसके अलावा आप पश्चिम दिशा में नीले रंग के पर्दे लगा सकते हैं। आग्नेय कोण में आप लाल, मैरुन, कैमल ब्राउन और सिंदूरी रंग के परदे भी लगा सकते हैं।