आयुर्वेद की तरह वास्तुशास्त्र एक ऐसा प्राचीन विज्ञान है जो घर में सुख-समृद्धि व सकारात्मक ऊर्जा लाता है। लोग अपने घरों और ऑफिस में सकारात्मक और तरक्की लाने के लिए वास्तु अनुसार ही सजावट करते हैं। हालांकि आजकल लोग सुनी-सुनाई बातों में आकर वास्तु से जुड़े अंधविश्वासों पर भरोसा करने लगते हैं। यहां हम आपको वास्तु से जुड़े कुछ ऐसे ही Myths के बारे में बताएंगे, जिनपर भूलकर भी विश्वास नहीं करना चाहिए।
मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति रखना शुभ
कई वेबसाइटों में सुझाव दिया जाता है कि घर के प्रवेश द्वार पर भगवान गणेश की मूर्ति रखना शुभ होता है। मगर, असल में हर बार जब आप दरवाजा खोलते हैं तो आपकी पीठ भगवान गणेश की तरफ होती है, जो शुभ से बहुत दूर है।
बेडरूम में शीशा नहीं
ऐसा कहा जाता है कि बेडरूम में शीशा रखना बुरा होता है और इससे शादीशुदा लाइफ में दुर्भाग्य आता है। मगर एक्सपर्ट की मानें तो इससे कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। दिक्कत तब होती है जब आप इसे बेड के सामने या गलत दीवार पर लगाते हैं।
एक ही पंक्ति में नहीं होने चाहिए दरवाजे
यह एक मिथक है कि एक घर में दरवाजे एक ही सीध में नहीं होने चाहिए। वास्तव में, पुराने मंदिरों के डिजाइन इससे बिल्कुल भी उल्ट हैं, उनके मुख्य द्वार एक ही पंक्ति में बने हुए हैं।
बेसमेंट या खाली जगह लाती है दुर्भाग्य
वास्तु में ऐसे किसी नियम का जिक्र नहीं किया गया है। आज के समय में ऐसी कई बड़ी-बड़ी बिल्डिंग है, जिनकी बेसमेंट में ही एंट्रेस बनी होती है। कई जगहों पर तो पार्किंग ही बेसमेंट में बनाई जाती है।