कड़ी मेहनत और पूरे दिल के साथ आप जिंदगी में कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं। खासकर यदि आपने सोचा है कि आपको जिंदगी में यह मुकाम हासिल करना है तो कोई भी आपके कदमों को नहीं रोक सकता है। यही बात यूपीएसससी की टॉपर्स ने साबित कर दिखाई है। संघ लोक सेवा आयोग यानी की यूपीएससी का रिजल्ट जारी हो गया है। इन परिणामों के अनुसार, इशिता किशोर यूपीएससी की टॉपर बनी हैं जबकि गरिमा लोहिया ने एग्जाम में दूसरा स्थान हासिल किया है। तो चलिए आपको बताते हैं कि टॉपर बनी ये दोनों लड़कियां आखिर है कौन हैं...
पहला स्थान हासिल कर इशिता बनी टॉपर
यूपीएससी में पहला स्थान लेने वाली इशिता किशोर बिहार की रहने वाली हैं। उनके पिता किशोर एयरफोर्स में विंग कमांडर थे छोटी उम्र में ही इशिता के पिता की मौत हो गई थी इसके बाद उनकी मां ने ही उनका लालन पोषण किया और इस मुकाम तक पहुंचाया।
इस स्कूल से की है इशिता ने पढ़ाई
आपको बता दें कि इशिता ने एयरफोर्स बाल भारती स्कूल से पढ़ाई की है वहीं इशिता की मां ज्योति किशोर भी एयरफोर्स में ही थी। नौकरी के कारण उन्हें अलग-अलग शहरों में रहना पड़ा हालांकि अब मौजूदा समय में इशिता ग्रेटर नोएडा में रहती हैं। बेटी की सफलता पर उनकी मां ज्योति किशोर ने कहा कि एक मां जो अपने बच्चों के लिए करती हैं वहीं मैंने किया है। यह उसकी मेहनत का नतीजा है। वह हमेशा से अपनी पढ़ाई के प्रति जागरुक थी। उसे पता था कि उसको जीवन में क्या करना है।
पढ़ाई के लिए रहना चाहिए हमेशा ईमानदार
आगे उनकी मां ने बताया कि हमारा पूरा परिवार भी उसके लिए सर्पोटिव रहा है। उसे सभी ने पूरा सपोर्ट किया है वहीं इशिता ने बताया कि जब उनके पापा की पोस्टिंग हैदराबाद में हुई तभी उनका जन्म हुआ था। मां ने नौकरी से रिटायर होने के बाद यूपी के ग्रेटर नोएडा में घर लिया है अब वो परिवार के साथ यहीं रहती हैं। वहीं अपनी यूपीएससी की तैयारी के प्रति बात करते हुए इशिता ने बताया कि हमें अपनी तैयारी के लिए ईमानदार रहना चाहिए ताकि हमें यह पता चल सके कि हमारी स्थिति क्या है।
गरिमा बनी दूसरी टॉपर
वहीं यूपीएससी में दूसरा स्थान गरिमा लोहिया ने लिया है। गरिमा बिहार के बक्सर जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने बिहार के बक्सर के वुड स्टॉक स्कूल और सनबीम भगवानपुर से स्कूली शिक्षा पूरी की है। गरिमा ने किरोड़ी मल कॉलेज और दिल्ली से कॉमर्स में ग्रेजुएशन पूरा किया है। गरिमा के पिता भी मनोज कुमार लोहिया भी इस दुनिया में नहीं है। उन्होंने अपनी सक्सेस का सारा श्रेय अपनी मां को दिया। उन्होंने बताया कि उनकी मां उनसे कहती थी कि दो घंटे ही पढ़ो लेकिन पूरी तरह से मन लगाकर पढ़ो।