दिवाली का त्योहार आ रहा है। ऐसे में सभी लोग अपने घर की साज-सज्जा में जुट हैं, खास तौर पर महिलाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दिन मां लक्ष्मी हर व्यक्ति के घर में आती हैं और अपना आशीष देती हैं। इस पावन दिवस पर देवी लक्ष्मी की पूजा बड़े ही हर्षौल्लास से की जाती है। मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए घर को साफ-सुथरा और सुंदर रखना बेहद आवश्यक है, अगर ऐसा किया जाए तो उनकी कृपादृष्टि आप पर और आपके परिवार पर सदेव बनी रहती है। उनका आशीर्वाद पाने के लिए कई ऐसी बाते हैं जिसकी हर व्यक्ति को जानकारी होना बहुत जरूरी है।
वास्तु के अनुसार मां लक्ष्मी पूजन
कहा जाता है दिवाली के दिन किए गए उपाय न केवल व्यक्ति का घर धन-धान्य से भरते हैं बल्कि घर में सुख-समृद्धि का भी वास होता है। वास्तु शास्त्र में भी इस बात का उल्लेख देखने को मिलता है। मां लक्ष्मी का पूजन अगर वास्तु के मुताबिक किया जाए तो घर में खुशियों का आगमन होता है। माना जाता है इस दिन किए गए इन उपायों से मां लक्ष्मी प्रसन्न तो होती ही हैं साथ ही साथ घर में बरकत भी आती है। तो आइए जानते हैं कौन से है वे उपाय-
तुलसी के पास जलाएं दीप
अगर घर में से नकारात्मकता दूर करनी है तो दिवाली के दिन एक दिया तुलसी के पास जलाएं। ऐसा करने से घर से सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा चली जाती है और घर में शांति का वास होता है।
घर की साफ-सफाई है बेहद जरूरी
मां लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए घर की अच्छे तरीके से साफ-सफाई करनी चाहिए। साथ ही घर को सुंदर तरीके से सजाने का भी महत्व है। दीप जलाकर दिवाली के इस पावन त्योहार पर मां लक्ष्मी संग गणेश जी की आरती करनी चाहिए।
सोना-चांदी होता है शुभ
वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिस थाली में दीप जलाए जा रहे हैं उस थाली में दिए के साथ-साथ सोने या फिर चांदी का कोई आभूषण भी रखना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
दिए में डलने वाले तेल का महत्व
जिस तेल से दिए जलाएं जाने वाले हैं उस तेल का भी अपना ही एक अलग महत्व है। इस तेल से घर की ऊर्जा निर्धारित होती है। तो वहीं दिये की बाती को आत्मा का प्रतीक भी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है इसी वजह से जलते हुए दिए से आत्मा का शुद्धिकरण होता है।
प्रथम दिया रखें मंदिर में
यदि घर के पास कोई मंदिर है तो वहां सबसे पहला दिया जलाकर रखना चाहिए। उसके बाद घर के पूजा स्थल पर और बाकी जगहों पर रखना चाहिए।
पूजा के लिए शुभ दिशा
वास्तु शास्त्र में पूजा करने के लिए पूर्व दिशा को शुभ माना गया है। ऐसे में ईशान कोण यानि उत्तर और पूर्व दिशा के बीच दिया जलाने से शुभ परिणाम मिलत हैं।