पहली बार माता-पिता बनने की खुशी ही और होती है। खासकर जब हर कोई आपको बधाई दे तो वो खुशी तो हर किसी को होती ही अलग है। ऐसे में यह खुशी अपने साथ कई सारी जिम्मेदारियां भी लेकर आती है। इसलिए छोटे बच्चे की परवरिश करते समय पेरेंट्स को कई सावधानियां बरतने की जरुरत होती है क्योंकि छोटे बच्चे बहुत ही नाजुक होते हैं ऐसे में उन्हें इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। अगर आप भी पहली बार माता-पिता बनें हैं तो अपने बच्चे की परवरिश में यह सावधानी जरुर बरतें। इन तरीकों के जरिए आप न्यू बॉर्न बेबी की केयर कर सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...
बेबी को पकड़ने से पहले अच्छे से धोएं हाथ
घर में जब भी कोई नया मेहमान आता है तो घर में रिश्तेदारों, पड़ोसियों और सगे-संबंधियों की भीड़ जमा हो जाती है। लेकिन परेशानी इस बात में होती है कि कोई भी बच्चों को बिना हाथ धोए पकड़ लेता है जिससे वह इंफेक्शन का शिकार हो सकते हैं। शिशु का इम्यून सिस्टम बहुत ही कमजोर होता है जिसके चलते वह कई तरह की बीमारियों से घिर सकते हैं। ऐसे में जब भी आप बच्चे को गोद में उठाएं तो अपने हाथ अच्छी तरह से जरुर धो लें।
शिशु को ज्यादा जोर से न हिलाएं
नई माएं अक्सर शिशु को सुलाने या खिलाने के लिए उसे गोद में उठाकर झूला देने लगती हैं। गोद में झुला देने के मतलब यह नहीं है कि आप बच्चों को जोर-जोर से हिलाएं। भले ही आपको लग रहा है कि बच्चे को आप धीरे-धीरे हिला रहे हैं परंतु यह उनके लिए तेज हो सकता है। हिलाने के दौरान शिशु को झटका भी लग सकता है। झटका लगने के कारण उनके मस्तिष्क में रक्तस्त्राव बढ़ सकता है और उसकी जान भी जा सकती है। ऐसे में शिशु को जोर-जोर से बिल्कुल भी न हिलाएं
नहलाते समय रखें थोड़ा ध्यान
नए जन्मे शिशु को बड़े बच्चों को जैसे ही नहलाया जाता है सबसे पहले उनका स्पंज किया जाता है। स्पंज के अलावा कुछ महिलाएं सूती कपड़े के साथ भी बच्चे को साफ करती हैं परंतु यदि आप शिशु को नहलाने वाले हैं तो सावधानी बरतें। बच्चे के सिर पर मग के जरिए पानी न डालें आप चाहें तो किसी अनुभवी इंसान से बच्चे को नहलाने के लिए मदद ले सकते हैं। लेकिन अगर आप गलत तरीके से उन्हें नहलाएंगे तो सांस लेने में समस्या हो सकती है। इसके अलावा शिशु के नाक, कान और मुंह में भी पानी जा सकता है जिसके कारण उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
गर्दन और सिर का भी रखें ध्यान
नई मां के लिए शिशु को संभालना एक चुनौती ही होती है। ऐसे में आप शिशु को गोदी में कैसे उठाना है इसके लिए एक बार किसी अनुभवी इंसान को पूछ सकते हैं। इसके अलावा शिशु को जब भी गोद में उठाएं तो उसकी गर्दन और सिर का ध्यान रखें। नवजात शिशु अपने सिर का भार नहीं संभाल पाते ऐसे में यदि उनकी गर्दन को सपोर्ट न मिले तो वह किसी भी दिशा में मुड़ सकता है जिसके कारण गर्दन में लचक भी आ सकती है और सिर में चोट भी लग सकती है।