सर्दी के मौसम में बहुत से लोगों को चिलब्लेन की समस्या से परेशान रहते हैं चिलब्लेन यानि की हाथ-पैर की उंगलियों का ठंड के चलते सूज जाना। सूजन के साथ इससे हाथ-पैर में दर्द भी होता है। ज्यादातर लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं लेकिन इस ओर ध्यान देना भी जरूरी है क्योंकि ठंड के चलते नसें सिकुड़ने लगती हैं जिसका असर ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है जिससे सूजन पड़ने लगती हैं। इस समस्या से आराम पाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय व घरेलू नुस्खों को अपना सकते हैं।
पहला नुस्खा- सरसों तेल का
4 चम्मच सरसों तेल में 1 चम्मच सेंधा नमक मिलाकर गर्म करें और इससे सोने से पहले सूजन वाली उगंलियों पर लगाएं और दस्ताने व मोजे पहन कर सो जाए। आप जैतून तेल को गर्म करके मालिश भी कर सकते हैं। गर्म तेल की मालिश से रक्त का प्रवाह सही से होगा। लगातार इस नुस्खे को करेंगे तो आपको फर्क दिखाई देगा।
एंटीसेप्टिक हल्दी
हल्दी शरीर में सूजन व दर्द दोनों ही नहीं होने देती है। आप हल्दी वाला दूध पी सकते हैं। वहीं हल्दी में थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बनाकर उसे भी लगा सकते हैं।
सेंधा नमक की सिंकाई
हाथ-पैर में सूजन और जलन से बचने के लिए गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर 10 से 15 मिनट पानी में रखें। दर्द और सूजन दोनों ही गायब हो जाएंगे।
तेल और मोमबत्ती
यह नुस्खा भी बेहद फायदेमंद है। एक कटोरी में सरसों के तेल को गर्म करें और फिर उसमें एक मोमबत्ती डालें और पूरा पिघलने तक इसे गर्म करें ठंडा करके इसे सूजन वाली जगह पर लगाकर मसाज करें। आराम मिलेगा।
प्याज का ऐसे करें उपयोग
एंटी-बायोटिक और एंटी-सेप्टिक गुण होने के कारण प्याज भी सूजन को दूर करता है। प्याज के रस को सूजन वाली जगह पर लगाएं और कुछ समय के लिए छोड़ दें। इससे खुजली भी कम होती है।
चिलब्लेन से ऐसे बचें
सारा दिन पानी में काम करना जरूरी है तो गर्म गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
बाहर निकलते समय दस्ताने व जुराबें जरूर पहनें। सीधा ऊनी नहीं बल्कि पहले सूती फिर उसके ऊपर उनी जुराबें पहनें। इन नुस्खों से ही आपको जल्द आराम मिलेगा।