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जब बर्दाश्त के बाहर हो जाए Sciatica Pain, तो पेन किलर नहीं इन तरीकों से मिलेगा इंस्टेंट रिलीफ

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 02 Dec, 2024 10:08 AM
जब बर्दाश्त के बाहर हो जाए Sciatica Pain, तो पेन किलर नहीं इन तरीकों से मिलेगा इंस्टेंट रिलीफ

नारी डेस्क: साइटिका पेन (Sciatica Pain)  एक प्रकार का दर्द है जो साइटिक नस (Sciatic Nerve)  की वजह से होता है। यह नस पीठ के निचले हिस्से से शुरू होकर कूल्हों और पैरों तक जाती है। साइटिका पेन अक्सर एक पैर में महसूस होता है और इसकी तीव्रता हल्के से लेकर बहुत तेज दर्द तक हो सकती है।  चलिए जानते हैं किन लोगों को होती है समस्या कैसे पर सकते हैं इस दर्द से छुटकारा 

 

साइटिका पेन के कारण

हर्नियेटेड डिस्क (Herniated Disc): रीढ़ की हड्डी में डिस्क के खिसकने या फटने से साइटिक नस पर दबाव पड़ता है।  

स्पाइनल स्टेनोसिस:  रीढ़ की हड्डी के भीतर की जगह का सिकुड़ना।  

पिरिफॉर्मिस सिंड्रोम: कूल्हे की मांसपेशी में ऐंठन के कारण नस दब सकती है।  

गर्भावस्था:  गर्भाशय के बढ़ने से साइटिक नस पर दबाव पड़ सकता है।  

मांसपेशियों में खिंचाव:  अत्यधिक व्यायाम या भारी सामान उठाने से।  


लक्षण

-पीठ के निचले हिस्से से लेकर पैर तक दर्द।  

-चलने-फिरने में कठिनाई।  

-झनझनाहट या सुन्नता।  

-मांसपेशियों में कमजोरी।  

-दर्द बैठने या लंबे समय तक खड़े रहने पर बढ़ सकता है।  


घरेलू इलाज 

गर्म और ठंडे सेक:   - ठंडा सेक सूजन कम करने में मदद करता है।  गर्म सेक मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है।  दिन में 15-20 मिनट के लिए इस्तेमाल करें।  

हल्का व्यायाम और योग: भुजंगासन (Cobra Pose) साइटिका पेन को कम करता है।  सेतुबंधासन (Bridge Pose) रीढ़ को मजबूती देता है।  डॉक्टर से परामर्श के बाद ही व्यायाम करें।  

हल्दी और दूध:    - एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। हल्दी में मौजूद कुरकुमिन सूजन कम करने में मदद करता है।  

मेथी और अजवाइन का पेस्ट: मेथी दाने और अजवाइन को पीसकर प्रभावित हिस्से पर लगाएं।  यह सूजन और दर्द को कम करता है।  

सरसों के तेल की मालिश: गुनगुने सरसों के तेल से प्रभावित हिस्से की मालिश करें।   यह रक्त संचार को बढ़ाकर दर्द में राहत देता है।  


सावधानियां

-भारी वजन उठाने से बचें।  
-लंबे समय तक बैठने से बचें।  
-झुककर काम करने से बचें।  
-उचित पोश्चर बनाए रखें।  

डॉक्टर से कब संपर्क करें?

अगर दर्द 4-6 हफ्तों तक बना रहता है।  मांसपेशियों में कमजोरी बढ़ने लगे।  दर्द असहनीय हो जाए या दोनों पैरों में फैल जाए तो देर ना करते हुए डॉक्टर को दिखाएं। साइटिका पेन को शुरुआती चरण में ही प्रबंधित करना जरूरी है ताकि यह गंभीर समस्या का रूप न ले।
 

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