कील-मुहांसे ,फुंसिया , झाइयां , टैनिंग और बेजान त्वचा से गर्मियों में आमतौर पर सभी महिलाएं परेशान रहती हैं। इसका मुख्य कारण तेज धूप, गर्म हवाएं और प्रदूषण माना जाता है। चेहरे पर झाइयों का हो जाना एक सामान्य समस्या है। झाइयों के होने के कई कारण हो सकते हैं। गर्मियों में सूर्य की तेज किरणों, प्रदूषण , संक्रमण चेहरे का असली निखार छीन लेते हैं। त्वचा संबंधी कई सारी परेशानियां अक्सर हमारी खूबसूरती को कम देती हैं। कील-मुहांसों से लेकर दाग-धब्बे और झाइयां तक सभी हमारे चेहरे का निखार छीन लेते हैं। ऐसे में लोग इन समस्याओं से निजात पाने और अपनी खूबसूरती बनाएं रखने के लिए कई सारे ब्यूटी ट्रीटमेंट्स और प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन रासायनिक तत्वों वाले इन उत्पादों और ट्रीटमेंट्स से कई बार साइड इफेक्ट का खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं इन प्रोडक्ट्स और ट्रीटमेंट का असर कुछ समय बाद खत्म होने लगता है जिसकी वजह से फिर वही समस्याएं होने लगती हैं। अगर आप भी चेहरे की झाइयां और दाग-धब्बों से परेशान हैं तो इन घरेलू नुस्खों की मदद से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
क्यों होते हैं चेहरे पर दाग-धब्बे?
सनबर्न, पोषण की कमी, तनाव और कुछ दवाओं का प्रयोग चेहरे पर झाइयों का कारण बन सकता है। इससे सही पोषण, पर्याप्त नींद और सही स्किन केयर आजमा कर निपटा जा सकता है। त्वचा की क्लींजिंग के लिए स्क्रब के इस्तेमाल से डेड स्किन सेल्स अपने आप निकल जाते हैं। मास्क और स्क्रब पिगमेंटेशन कम कर सकते हैं। धीरे-धीरे गहरे दाग हल्के होते चले जाते हैं। लेकिन दाग-धब्बे,खत्म होने के बाद भी सनस्क्रीन को लगाते रहना चाहिए। हार्मोनल असंतुलन की वजह से अधिकतर महिलाओं को प्रेगनेंसी के बाद पिगमेंटेशन से होकर गुजरना पड़ता है। वहीं घर से बाहर निकलते ही सूर्य की किरणों के सम्पर्क में ज्यादा देर तक रहने से झाइंया, दाग-धब्बे और गहरे होते जाते हैं। सूर्य की तेज किरणें चेहरे की कोशिकाओं को नुकसान करने का काम करती है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण ये दाग उभरने लगते हैं। चेहरे पर केमिकल युक्त सौन्दर्य प्रसाधनों का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करना भी हानिकारक साबित हो सकता है। ज्यादा तनाव और सोचने के कारण दाग उभरने लगते हैं।
विटामिन-सी सीरम करें अप्लाई
एंटी ऑक्सीडेंटस से भरपूर विटामिन सी सीरम की बूंदों को चेहरे पर नियमित तौर पर लगाएं। ये त्वचा पर सुरक्षा कवच का काम करता है। इससे न केवल झाइयां गहरी होने से बचती हैं बल्कि त्वचा को मुलायम और आकर्षक भी बनाती हैं। विटामिन सी त्वचा में कोलेजन बनाता है। दरअसल इस सीरम की मदद से टायरोसिनेस नाम के एंजाइम के उत्पादन को रोका जा सकता है, जो मेलेनिन को बढ़ाकर हाइपरपिग्मेंटेशन का कारण साबित होता है। इसे अप्लाई करने से चेहरे की रंगत में भी बदलाव नजर आने लगता है।
सनस्क्रीन का इस्तेमाल न भूलें
सनस्क्रीन हमें अल्ट्रा वायलेट किरणों से बचाने का काम करती है। इससे मेलानिन का उत्पादन अपने आप कम या धीमा हो जाता है। ब्रॉड स्पेक्ट्रम, एसपीएफ 30 या उससे ज्यादा सनस्क्रीन का प्रयोग करें। इसके अलावा कड़कती धूप में बाहर निकलने से बचें। सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक बाहर निकलने से बचें। बाहर जाने से पहले गॉगल्स ,स्कार्फ या हैट-टोपी पहनकर बाहर जाएं।
क्लींजर करें प्रयोग
ठंडे दूध में 1 चमच्च ऑलिव ऑयल मिलाएं। उसके बाद इसमें सूरजमुखी तेल की कुछ बूंदे डालें। अब इस मिश्रण को कॉटन की मदद से इसे त्वचा पर अप्लाई करें। इसे नियमित तौर पर लगाने से चेहरे पर निखार आने लगता है। यह जरूरी है कि आप नियमित और सही स्किन केयर फॉलो करें। ताकि पिगमेंटेशन से बचा जा सके, पर अगर किसी भी कारण से आपके चेहरे पर झाइयां दिखने लगी हैं, तो उनके लिए यहां कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं।
झाइयों से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय
जायफल
एक चम्मच जायफल के पाउडर में आधा चम्मच तेल मिलाकर कुछ देर तक चेहरे पर स्क्रबिंग करें। हल्के हाथों से मसाज करने से झाइयां हल्की होने लगती है।
नींबू और शहद
एंटी ऑक्सीडेंटस और विटामिन सी से भरपूर नींबू का रस मेलानिन के प्रभाव को कम करता है। इसके लिए नींबू के रस में शहद मिलाकर लगाने से चेहरे पर बनने वाले दाग धीरे धीरे कम होने लगते हैं।
आलू को रगड़ें
आलू को धोकर गोल स्लाइज में काट लें। चेहरे पर दिखने वाली झाइयों पर उन्हें रगड़े। इससे दाग हल्के होने लगेंगे। इसके अलावा आलू को पतले स्लाइज में काटकर 5 से 7 मिनट के लिए खीरे की तरह ही चेहरे पर टिके रहने दें। उसके बाद सामान्य पानी से चेहरा धो लें।
(लेखिका अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंन्दर्य विशेष्ज्ञ है और हर्बल क्वीन के रूप में लोकप्रिय है।)