योगासन के लाभ : स्वस्थ और फिट करने के लिए लोग जिम में कसरत करके घंटो पसीना बहाते हैं। हैल्दी डाइट और एक्सरसाइज करने के बावजूद भी बीमारियां पीछा नहीं छोड़ती। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं, जोकि आपकी वजन बढ़ने से लेकर डायबिटीज तक की समस्या को दूर करेगा। इस योगासन के नियमित अभ्यास से आप न सिर्फ फिट रहते हैं बल्कि इससे कई छोटी-बड़ी प्रॉब्लम्स भी दूर रहती हैं। रोजाना अभ्यास करने से व्यक्ति जवां रहता है। इसके साथ ही शरीर के अंदरूनी अंग ठीक से काम करते हैं।
कैसे करें मत्स्यासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप पद्मासन स्थिति में बैठ जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे पीछे झुकें और पूरी तरह पीठ के बल लेट जाएं। फिर बाएं पांव को दाएं हाथ से पकड़े और दाएं पांव को बाएं हाथ से पकड़ें और कोहनियों को जमीन पर टिका रहने दें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके घुटने जमीन को न छुएं। इसके बाद आप सांस लेते हुए हाथों की मदद से अपने सिर को पीछे गर्दन की ओर करें। अब धीरे धीरे सांस लें और धीरे धीरे सांस छोड़े। इस अवस्था को अपने हिसाब से मेन्टेन करें। फिर लंबा सांस छोड़ते हुए अपने सामान्य अवस्था में आ जाए।
मत्स्यासन योग के फायदे
1. पेट की चर्बी करें कम
इस आसन को नियमित रूप से करने पर आपके पेट की चर्बी तेजी से कम हो जाएगी लेकिन इसके लिए आपको इस आसन की स्थिति में काफी देर तक रहना पड़ेगा। इससे पेट पर खिंचाव पड़ेगा और आपके पेट की चर्बी कम होगी।
2. थायराइड में फायदेमंद
थायराइड की समस्या को दूर करने के लिए मत्स्यासन रामबाण इलाज है। इस आसन को करने से गर्दन के हिस्से में पाए जाने वाले थायराइड और पारा थायराइड की अच्छी तरह मसाज हो जाती है। इससे थायरोक्सिन हॉर्मोन के स्राव में मदद मिलती है, जिससे आपकी यह समस्या दूर हो जाती है।
3. दूर होगी कब्ज की समस्या
अगर आपको कब्ज या एसिडिटी की समस्या है तो आप सुबह इस योग को जरूर करें। इसे करने से आपके पेट की मालिश हो जाती है, जिससे कब्ज जैसी प्रॉब्लम दूर हो जाती है। इससे पाचन तंत्र भी सुधरता है
4. फेफड़े रोगों के लिए
इस आसन को नियमित रूप से करने पर छाती चौड़ी हो जाती है, जिससे फेफड़ों और सांस के रोग दूर होते हैं। इसके अलावा यह योग दमे के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
5. रीढ़ की हड्डी होगी लचीली
यह योग पीठ के ऊपरी हिस्से की पेशियों को आराम देने के साथ उसे लचीला बनाने में भी मदद करता है। इसके अलावा यह खून को साफ करने और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में भी मदद करता है।
6. घुटनों और कमर दर्द से राहत
यह योगासन कमर और पीठ में जमे रक्त का प्रवाह ठीक करता है, जिससे आपकी घुटनों और कमर दर्द की समस्या दूर हो जाती है। मगर इसके लिए आपको यह योगासन सुबह के समय करना चाहिए।
7. डायबिटीज रोगियों के लिए
इस योगासन को करने से पैंक्रियास की मालिश हो जाती है, जिससे इंसुलिन के स्त्राव में मदद मिलती हैं। इससे डायबिटीज रोगियों के शरीर में शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
8. नींद की बीमारी
मत्स्यासन करने से अनिद्रा (insomnia) की समस्या दूर हो जाती है। इसके अलावा इससे रात में अच्छी और गहरी नींद आती है।
मत्स्यासन की सावधानी
1. पेप्टिक अल्सर में इस आसन को करने से बचना चाहिए।
2. हर्निया वालों को यह आसन नहीं करनी चाहिए।
3. रीढ़ के किसी गंभीर रोग से ग्रस्त व्यक्तियों यह आसन नहीं करनी चाहिए।
4. घुटने में ज्यादा दर्द, स्लिप डिस्क और रीढ़ की समस्या होने पर भी इस आसन को न करें।
5. अगर आपको हाई या लो ब्लड प्रैशर या माइग्रेन की परेशानी है तो आप मत्स्यासन ना करें।
6. कम आयु के बच्चे को यह आसन नहीं करना चाहिए।