25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम है "वैश्विक मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें।"भारत ने मलेरिया के मामलों और मौतों को कम करने में प्रगति की है। मलेरिया के मामलों में 86.45 प्रतिशत की गिरावट आई है और 2015 की तुलना में 2021 में मलेरिया से संबंधित मौतों में 79.16 प्रतिशत की कमी आई है। आज वर्ल्ड मलेरिया डे पर हम आपको इसके लक्षण और कारण बताएंगे, जिससे पहचान कर आप सही समय इसका इलाज करवाकर रोगी की जान बचा सकते हैं।
क्या है मलेरिया का कारण
यह बीमारी मादा 'ऐनाफिलीज' मच्छर के काटने से होती है, जो गंदे पानी में पनपते हैं। ये मच्छर आमतौर पर सूर्यास्त के बाद रात में ही ज्यादा काटते हैं। कुछ केसेज में मलेरिया अंदर ही अंदर बढ़ता रहता है। अगर समय रहते इसका इलाज ना करवाया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। विश्व मलेरिया रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लगभग 22 प्रतिशत बच्चे इसकी चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों का खास-ख्याल रखना बहुत जरूरी होता।
मलेरिया के लक्षण
मच्छर काटने के कम से कम 7-8 दिन बाद इसके लक्षण दिखाई देते हैं। ये लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि आप इसे फ्लू समझ लेते हैं लेकिन इस तरह के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत चेकअप करवाना चाहिए।
ज्यादा तेज सिरदर्द
उल्टी और दस्तक
ठंड लगना
नाक से खून निकलना
हाथ-पैर में कपकपी
बार-बार प्यास लगना
कमजोरी महसूस होना।
एक, 2-3 दिन बाद बुखार आते रहना
कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द
एक समय पर बुखार का आना और उतरना
मलेरिया का रामबाण इलाज
काली मिर्च
दिन में 2-3 बार 3-4 काली पिसी मिर्च को प्याज के रस के साथ लें। इससे मलेरिया बुखार दूर होगा।
गिलोय
गिलोय को पानी में उबालकर पीने से भी मलेरिया दूर होता है। साथ ही यह बॉडी में इंफैक्शन को भी दूर करता है।
मुनक्का
10 ग्राम मुनक्का और अदरक को पानी में डालकर अच्छी तरह उबालकर ठंडा करके पीएं। इससे भी आराम मिलेगा।
पपीते के पत्ते
पपीते के पत्तों का जूस बनाकर दिन में 2-3 बार पीएं। यह मलेरिया और शरीर में से विषैले टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद करते हैं।
दालचीनी
1 चम्मच दालचीनी, शहद और 1/2 चम्मच काली मिर्च पाउडर को पानी में डालकर उबाल लें। इसे ठंडा करके पीने से आपका मलेरिया बुखार दूर हो जाएगा।
ऐसे करें बचाव
-मलेरिया होने पर ज्यादा से ज्यादा आराम करें
- घर के आस-पास सफाई रखें।
-हर महीने दवाई छिड़कवाएं।
-घर में पीने वाले पानी को खुला न छोड़ें।
-सोने से पहले शरीर पर सरसों का तेल लगाए।
-बच्चों को झाड़ी कचरे से दूर रखें