रंगों का त्यौहार होली अपने साथ कई तरह की खुशियां और सौगात लेकर आता है। हंसी खुशी से भरे इस त्यौहार में अपनों का रंग लगाने का अपना ही मजा है। होली के त्यौहर में बच्चे सबसे अधिक मस्ती करना पसंद करते हैं। न केवल इस दिन बल्कि बच्चे आज से कई दिन पहले होली की तैयारी में लग जाते हैं। बच्चे तो शरारतें करते ही हैं, मगर कई बार अनजाने में बड़े लोग भी कुछ ऐसी हरकतें कर बैठते हैं, जिस वजह से उन्हें बाद में पछतावा होता है। ऐसे में जरुरी है, इस त्यौहार का असली महत्व समझते हुए इसी मनाने का तरीका व ढंग सभी को जरुर पता होना चाहिए। आइए जानते हैं होली मनाते वक्त आपको किन-किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, ताकि यह खुशियों भरा इसी तरह खुशनुमा बना रहे।
रंगों का सही उपयोग
जब भी होली खेलें ध्यान में रखें कि रंग एक दूसरे के चेहरे पर खुशी लाने के लिए होते हैं। न कि रंग किसी की आंख, नाक और कान में जाकर उसे नुकसान पहुंचाए। न तो खुद ऐसा करें और न ही अपने दोस्तों को ऐसा करने दें। रंगों में कई तरह के कैमिकल्स मौजूद होते हैं, जो आपके अंदर जाने से भारी नुकसान पैदा कर सकते हैं।
कीचड़ और ग्रीस से रहें दूर
न तो खुद ग्रीस जैसे गंदे पदार्थों का इस्तेमाल करें और ऐसा ही बच्चों को करने की सलाह दें। कई बार ज्यादा शरारत शरारत में बड़े लड़के कीचड़ और ग्रीस का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा करने से होली का त्यौहार का सारा मजा किरकिरा हो जाता है। जिस वजह से इसका इस्तेमाल न करें।
जानवरों को रंग
होली की मस्ती में कई बार कुछ लोग जानवरों को रंग लगा देते हैं। याद रखें कि रंग से उन्हें बड़ा नुकासान हो सकता है। अगर जानवरों की आंख या कान में रंग चला जाए तो उन्हें इंफेक्शन हो सकती है। ऐसे में अपनी मस्ती के चक्कर में किसी बेजुबान को मुसीबत में न डालें तो बेहतर होगा। अगर आपका पालतू कुत्ता है तो उसके माथे पर बस तिलक लगाकर उसे भी अपनी खुशियों में शामिल करें।
पिचकारी का भी रखें खास ध्यान
हर बच्चे को होली पर पिचकारी से खास प्रेम होता है। मगर बच्चों को सिखाएं कि अपने दोस्तों पर पिचकारी मारते वक्त 1-2 फीट की दूरी जरुर बनाए रखें।
जब खेलें गुब्बारों से होली
बच्चों को पिचकारी ही नहीं, पानी से भरे गुब्बारों के साथ खेलने में भी काफी मजा आता है। परंतु ये बड़ों और छोटों को चोट भी पहुंचा सकते हैं। गुब्बारा कभी किसी के चेहरे या आंख पर न फेंके क्योंकि इससे उन्हें चोट पहुंच सकती है।
घर के रहें पास
होली के मौके पर सड़कों पर काफी हुड़दंग मचा रहता है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि आप अपने घर में या पड़ोस में जानकारों के साथ ही होली खेलें। खुद भी घर के पास अपनों के साथ होली खेलें और बच्चों को भी ऐसा ही करने की सलाह दें।
जबरदस्ती न करें
कुछ लोगों को होली खेलना पसंद नहीं होता। यदि कोई होली नहीं खेलना चाहता तो जबरदस्ती उस पर रंग न डालें। बच्चों को होली उन्हीं के साथ खेलनी चाहिए जो उनके साथ खेलना चाहें, जो मना करे उस पर रंग नहीं डालें। ऐसा करने से झगड़े जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
अजनबियों से दूर
कभी किसी अनजान व्यक्ति के साथ होली न खेलें। खासतौर पर जहां टोली बनी हों, वहां तो बिल्कुल न जाएं। जिस शख्स को आप नहीं जानते उससे दूर ही रहें तो बेहतर होगा।
पानी वाला टब
अक्सर होली मनाते समय बच्चे अपने पास पानी के बड़े टब या ड्रम भरकर रख लेते हैं। जिसमें रंग घोल कर रखा होता है, बच्चे अपनी पिचकारियों में रंग भरने और पानी में मस्ती करने के लिए खुद ही उस टब या ड्रम में से अपनी पिचकारियां भरने लगते हैं। बच्चों को बताएं कि खुद या फिर किसी दूसरे बच्चे को उसमें डुबोएं न और न ही खुद ज्यादा देर तक उसमें डूबे रहें।