बच्चे बहुत शैतान होते हैं। कई बार छोटी-छोटी बातों पर अपने भाई-बहन और दोस्तों के साथ झगड़ा करना शुरु कर देते हैं। उनके साथ कोई बात भी शेयर नहीं करते। जिसके कारण उनमें मतभेद होने लग जाते हैं। बच्चे अपनी शिकायतें अक्सर माता-पिता के पास लेकर आते हैं। ऐसे में माता-पिता अक्सर बच्चों को लेकर परेशान रहते हैं। पैरेंट्स बच्चे के साथ थोड़ा प्यार से पेश आकर उनके झगड़ों को सुलझा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
समझदार बनाने की कोशिश करें
आप बच्चों को समझाने का प्रयास करें। बच्चे कई बार खिलौनों को लेकर भी अपने कजन्स भाई-बहनों के साथ लड़ना शुरु कर देते हैं। ऐसे में आप उन्हें समझाएं। उन्हें बताएं कि झगड़ा करने की बजाय वह साथ में मिलकर खेलें। बच्चों को घुल-मिलकर एक दूसरे के साथ समय व्यतीत करना सिखाएं।
समस्या सुलझाने के बारे में बताएं
बच्चे अगर झगड़कर आपके पास अपनी परेशानियां लेकर आते हैं तो आप उन्हें खुद ही परेशानी का हल ढूंढना सिखाएं। जैसे आप उन्हें बारी-बारी के दोस्त के साथ खेलने के लिए प्रेरित करें। यदि फिर भी बच्चे झगड़ा नहीं सुलझा पाते तो आप उन्हें विश्वास दिलवाएं कि आप उनका साथ देंगे। बच्चे को उसके दोस्तों के साथ घुलना-मिलना सिखाएं। इससे वह उन्हें समझेंगे और लड़ाई भी कम करेंगे।
गलती मानना
आप बच्चों को सॉरी कहने की आदत भी जरुर डालें। कई बार सॉरी कह देने से कई समस्याओं का हल बहुत ही आसानी से निकल जाता है। यदि आपके बच्चे से गलती हुई है तो उसे शांत रहकर गलती को सुधारने के लि कहें। गलती के बाद उन्हें माफी मांगने के लिए भी जरुर कहें।
शांत रहना बताएं
बच्चों को यदि ज्यादा गुस्सा आता है तो आप उन्हें शांत रहने के तरीके बताएं। जैसे-जिस समय उन्हें गुस्सा आ रहा हो तो वो लंबी-लंबी सांसे लें, इसके अलावा उस जगह से कई दूर चले जाएं। अपना ध्यान किसी ओर तरफ लगाने का प्रयास करें।
खुद बनें रॉल मॉडल
हर किसी बच्चे के रॉल मॉडल उसके माता-पिता ही होते हैं। बच्चे अपने पैरेंट्स को देखकर ही कई बातें सिखते हैं। इसलिए यदि आप अपने पार्टनर के साथ लड़ रहे हैं तो अपनी भाषा का भी खास ध्यान रखें। आप यही प्रयास करें कि बच्चे के सामने ज्यादा बहस न करें और एक-दूसरे पर चिल्लाएं भी नहीं। इससे बच्चों पर भी गलत असर पड़ सकता है।