पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं में होने वाली एक गंभीर बीमारी बनती जा रही है। एक अध्यनन के मुताबिक भारत में हर 4 में से एक महिला पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) से पीड़ित है। अंडाशय से जुड़ी यह बीमारी महिलाओं में तेजी से फैल रही है। यह कोई जानलेवा बीमारी नहीं। जीवन शैली में कुछ बदलाव लाकर इससे बचा जा सकता है। आइए जानते हैं इसके लक्षण, कारण और उपाय के बारे में—
क्या होता है PCOS
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम यानी PCOS महिलाओं की अंडाशय से जुड़ी बीमारी है। इसकी वजह से महिलाओं के शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है। उनमें फीमेल हार्मोन की जगह मेल हार्मोन का स्तर ज्यादा बढ़ने लगता है। जिसकी वजह से उनके अंडाशय में गांठे बनने लगती हैं। थैली के आकार की इन गांठों में तरल पदार्थ भरा होता है। धीरे-धीरे ये गांठे ओव्यूलेशन की प्रक्रिया को प्रभावित करने लगती हैं। इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं में गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है। यही नहीं उनमें टाइप-2 डायबिटीज की संभावना भी बढ़ जाती है।
कारण
PCOS के सही कारणों का पता लगाने के लिए दुनिया भर में कई शोध हो रहे हैं। फिलहाल इसक बीमारी की कोई सटीक वजह सामने नहीं आई है। कुछ शोध की मानें तो महिलाओं में यह समस्या आनुवांशिक भी है। यानी परिवार में पहले किसी को ये बीमारी हो तो आने वाली पीढ़ी में इसके होने के चांसेज बढ़ जाते हैं। इसके अलावा अनियमति जीवन शैली, तनाव, अनिंद्रा, व्यायाम न करना और धूम्रपान भी इसका कारण है।
उपाय
एसजीएल चैरिटेबल अस्पताल की ऑब्सटेट्रिशियन एंड गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. नीलू खन्ना बताती हैं कि PCOS कोई जानलेवा बीमारी नहीं है लेकिन इस बीमारी का कोई सटीक इलाज भी नहीं है। जीवन शैली में कुछ बदलाव करके और कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखकर खूद को इस बीमारी से बचा जा सकता है। जैसे- नियमित व्यायाम करें, बढ़े वजन को कम करने के लिए सुबह शाम टहलें, अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट और ग्लायसेमिका इंडेक्स वाली चीजें जैसे- फल, हरी सब्जियों और साबुत अनाज को शामिल करें। इसके अलावा रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद ले और तनाव मुक्त रहें।
लक्षण
• अनियमित माहवारी
• माहवारी के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग
• अनचाहे बालों का बढ़ना
• चेहरे पर मुंहासे आना
• वजन का बढ़ना
• सिर में दर्द और मूड स्विंग
• नींद न आना
-डॉ. नीलू खन्ना