आज यानि 15 अगस्त भारत का आजादी दिवस है। आज ही के दिन भारत देश अंग्रेजों की जंजीरों से आजाद हुआ था। हमारे देश के वीर सपूतों के बलिदान से देशवासियों को अंग्रेजों की गुलामी से 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी। ऐसे में हर साल इस दिन को बड़े जोश से सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल भारत को आजाद हुए 74 साल पूरे हो गए है और देशभर में 75 वीं वर्षगांठ मनाया जा रहा है। मगर क्या आप जानते हैं कि इस तारीख में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि और भी कई देश आजाद हुए थे? जी हां, 15 अगस्त के दिन और भी कई देश गुलामी की कैद से आजाद हुए थे। मगर उनका साल अलग-अलग है। चलिए जानते हैं इसके बारे में...
बहरीन
15 अगस्त 1971 में बहरीन को ब्रिटेन की गुलामी से आजादी मिली थी। बता दें, कि ब्रिटिश फोजें 1960 से ही बहरीन को छोड़ने की कोशिश कर रही थी। मगर फिर 15 अगस्त 1971 के दिन बहरीन स्वतंत्र हो गया। मगर बहरीन के लोगों ने ब्रिटिश सरकार द्वारा दिया गया आजादी दिवस मनाने से इनकार कर दिया। उसके बाद उनके देश के पूर्व बादशाह सलमान अल खलीफा के राजतिलक के दिन यानि 16 दिसंबर को ही बहरीन वासियों ने स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
कांगो
कांगो अफ्रीका का तीसरा सबसे बड़ा देश माना गया है। यह 1880 साल से फ्रांस की गुलामी कर रहा था। अंत में लंबे समय तक आजादी की लड़ाई लड़ने के बाद कांगो को 15 अगस्त 1960 को फ्रांस की गुलामी से मुक्ति मिली गई। साथ ही गुलामी की जंजीरों से मुक्त होने के बाद यह रिपब्लिक ऑफ कांगो बन गया।
साउथ कोरिया
साउथ कोरिया लंबे समय कर जापान की कैद में फंसा था। मगर यूएस और सोवियत फोर्सेज ने साउथ कोरिया को 15 अगस्त 1945 को जापान की कैद से आजादी दिलवाई। ऐसे में आज के दिन कोरियावासी नेशनल हॉलीडे के रूप में सेलिब्रेट करते हैं।
नॉर्थ कोरिया
साउथ कोरिया की तरह नॉर्थ कोरिया भी जापान के अधीन थे। भारत और पाकिस्तान के बंटवारे की तरह इनकी आजादी के समय कोरिया देश भी 2 हिस्सों में बंट गया। यह देश भारत की आजादी से 2 साल पहले यानि 15 अगस्त 1945 को आजाद हो गया था। इस दिन को नॉर्थ कोरिया के लोग नेशनल हॉलीडे की तरह मनाते हैं। इस दिन पर छुट्टी होने से लोग खासतौर पर शादी करते हैं। साथ ही यह उनकी एक परंपरा की तरह बन गई है।
लिकटेंस्टीन
लिकटेंस्टीन यूरोपीय देश है जो 15 अगस्त 1866 में जर्मनी की कैद से आजाद हुआ था। उसके बाद साल 1940 से लिकटेंस्टीन हर साल 15 अगस्त को आजादी दिवस के तौर पर मनाता है।