दूध पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद है यह तो हम सभी जानते हैं। दूध में विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे महत्वपूर्ण तत्व मौजूद रहते हैं, इसलिए यह सभी पोषक तत्व की कमी आसानी से पूरी कर लेता है। लेकिन अब ये आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है, क्योंकि दूध के दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।
महंगाई का बढ़ रहा बोझ
दूध के महंगे हो जाने से आम लोगों की जेब पर महंगाई का बोझ अधिक बढ़ गया है। अब एक बार फिर डेयरी कंपनियां दूध के दाम में वृद्धि करने का विचार कर रही हैं, अगर ऐसा होता है तो आम आदमी के लिए बहुत बड़ा झटका माना जाएगा। इस साल नवंबर तक कंपनियां दूध का दाम चार बार बढ़ा चुकी हैं। कहा जा रहा है कि लागत बढ़ने के चलते दूध की कीमतों में इजाफा किया गया है।
क्या कहती है रिपोर्ट
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक दूध खरीद कीमतों में लगातार वृद्धि के कारण डेयरी कंपनियों ने दस महीनों में दूध की कीमतों में आठ से 10 फीसदी तक की वृद्धि की है। जबकि वैश्विक स्तर पर दूध से बने पावडर की कीमतें सालाना आधार पर कम होती जा रही हैं। दरअसल मवेशियों के चारे की कीमतों में महंगाई दूध की कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण है।
क्या है डेयरी कंपनियों का तर्क
डेयरी कंपनियों और सहकारी संस्थाओं का तर्क है कि दूध का उत्पादन और दुग्ध व्यवसाय का परिचालन लगातार महंगा होता जा रहा है। पशुचारे की कीमत बीते कुछ महीनों में तेजी से बढ़ी है। मकई, गेहूं और सोयाबीन की कीमतों में बीते एक वर्ष के दौरान 20 प्रतिशत तक का इजाफा हो गया है। महंगाई से निपटने के लिए दुग्ध उत्पादकों के सामने अपनी बढ़ी हुई लागत का भारत उपभोक्ताओं के ऊपर डालने के अलावे कोई चारा नहीं बचा है।
मदर डेयरी लगतार बढ़ा रही दूध के दाम
पिछले महीने मदर डेयरी ने ‘फुल क्रीम’ दूध का दाम एक रुपए प्रति लीटर और ‘टोकन’ वाले दूध का दाम दो रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया था। मदर डेयरी ने कहा कि लागत बढ़ने के कारण उसने यह वृद्धि की है। कंपनी ने कीमतों में बढ़ोतरी के लिए डेयरी किसानों से कच्चे दूध की खरीद लागत में बढ़ोतरी को जिम्मेदार ठहराया था।
कीमतों को लेकर बढ़ रहा दबाव
जानकारों के मुताबिक वैश्विक बाजारों में भी दूध के महंगा होने का असर घरेलू बाजार पर पड़ रहा है। लोग दूध और उससे बने उत्पादों के निर्यात मेंं दिलचस्पी लेने लगे हैं। इन परिस्थितयों के कारण दूध की कीमतों पर दबाव बढ़ा है। दूध की कीमतों में बढ़ोतरी महंगाई से पहले से जूझ रहे आम लोगों के लिए एक नई परेशानी है। जाहिर तौर उन्हें अब दूध पर पहले की तुलना में अधिक खर्च करना पड़ेगा।